प्रयागराज (ब्‍यूरो)। एक बार किडनी खराब हो जाए तो उसका इलाज आसान नहीं होता है। यह बात डॉक्टर्स भी कहते हैं लेकिन लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं। यही कारण है कि हर साल किडनी के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। एसआरएन अस्पताल में पिछले एक साल में 18 हजार लोगों ने किडनी की जांच कराई है और इसमें से 6 हजार लोगों की किडनी खराब पाई गई। यह सभी डायलिसिस पर हंै और कुछ की मौत भी हो चुकी है। डॉक्टर्स का कहना है कि खासकर ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीजों को इस ओर ध्यान देना होगा। दूसरे लोगों की अपेक्षा इन मरीजों की किडनी खराब होने की संभावना अधिक होती है।

केवल 25 फीसदी ही रखते हैं कंट्रोल
वर्तमान में शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
रोजाना नए मरीज अस्प्ताल पहुंच रहे हैं। लेकिन इनको यह नही पता कि एक बार दोनों बीमारियों की चपेट में आने के बाद किडनी की समस्या का खतरा बढ जाता है।
केवल 25 फीसदी शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीज अपनी बीमारी को कंट्रोल में रख पाते हैं।
75 फीसदी पर किडनी की बीमारी का खतरा मंडराता रहता है।
डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसे रोगियों को हर छह माह में अपनी किडनी की जांच जरूर करानी चाहिए।
जिससे वह किसी आने वाले खतरा का अंदाजा लगा सकें।

250 मरीजों की होती है मौत
जिन लोगों की किडनी खराब होती है उनमें 60 फीसदी कारण ब्लड प्रेशर और शुगर के रूप में सामने आता है।
एसआरएन अस्पताल में एक साल में आए हुए मरीजों में 6 हजार की किडनी खराब होने की समस्या सामने आती है।
लगभग 250 मरीजों की मौत हो चुकी है। एक साल में दस हजार मरीजों की डायलिसिस की जाती है
हर माह 800 के आसपास मरीजों की डायलिसिस होती है।
इस समय एसआरएन अस्पताल में एक दर्जन मरीजों की डायलिसिस की सुविधा है
जल्द ही नई सुविधा शुरू होने जा रही है और इसके बाद मरीजों को आईसीयू में भर्ती होने के दौरान भी डायलिसिस की सुविधा मिल सकेगी।

पथरी के मामले भी बढ़े
जिन मरीजों की किडनी खराब होती है उनमें 30 फीसदी मामले पथरी के भी होते हैं। लोगों को पता नही चलता और किडनी में पथरी की समस्या विकराल होती जाती है। बाद में यह किडनी फेल्योर का कारण बनती है। डॉक्टर्स का कहना है कि चालीस साल की उम्र के बाद लोगां को रूटीन किडनी चेकअप हर हाल में कराना चाहिए। ऐसा कराने से वह आने वाली समस्या से बच सकते हैं।

खासकर बीपी और शुगर के मरीजों को होशियार रहना चाहिए। उनको र्किडनी की समस्या का अधिक खतरा रहता है। निरंतर समय रहते किडनी की जांच कराते रहना चाहिए। ऐसा करने से समय रहते इलाज संभव हो सकता है।
डा। संतोष मौर्या
किडनी रोग विभाग एसआरएन अस्पताल प्रयागराज