उसकी recovery नहीं हो सकी
हां इतना जरूर था कि पहले मैच के बाद से हमारा कांफिडेंस लूज होना शुरू हो गया और उसकी रिकवरी नहीं हो सकी
ऐसा होना स्वाभाविक थाहमें गोल करने के लिए कई चांस मिले लेकिन हम ये चांस मिस करते चले गएऐसा नहीं था कि हमारे साथियों ने गोल करने का प्रयास नहीं किया लेकिन किस्मत हमारे साथ नहीं थी और कोई गोल नहीं हो सकाबार-बार ऐसा होने से हमारा कांफिडेंस लूज होता गया

कोई भी नहीं कर सका गोल
ओलंपिक में पहला मैच हारने के बाद हम दूसरे मैच के लिए पूरी तरह से तैयार थेशुरुआती बढ़त बना चुके थेमैच हमारे कब्जे में थालेकिन अचानक पासा पलटा और मैच हमारे हाथ से निकलने लगाहम चाह कर भी कुछ नहीं कर सके और मैच हार गएकोई भी प्लेयर गोल नहीं कर सका

कोई भी success नहीं हुआ
पहले तो गोल करने के लिए एक स्पेशल प्लेयर फ्रंट पर होता था लेकिन अब ऐसा नहीं हैअब तो सेंटर फॉरवर्ड से लेकर मिडिल ऑर्डर का प्लेयर भी गोल करने पहुंच जाता हैहमारी टीम में तुषार, सुरेन्दर और सुनील गोल करने में माहिर हैंलेकिन कोई भी बंदा पिच पर सक्सेज नहीं हुआयही तीनों ही नहीं गेम के दौरान अन्य प्लेयर्स को भी मौका मिलता था और वे बॉल लेकर गोल करने पहुंचे भी थे लेकिन रिजल्ट सिफर ही रहाकभी कोई गोल नहीं कर पाया तो कभी सही समय पर पास नहीं मिलानतीजा हम मैच हारते चले गए

उनका fitness level काफी high था
दानिश के बड़े भाई शारिक की मानें तो काफी हद तो इंडियन प्लेयर्स का फिटनेस प्रॉब्लम भी एक बड़ा कारण रहाइंडिया और लंदन के एटमॉसफियर में काफी अंतर हैइंडियन प्लेयर्स और दूसरे देशों के प्लेयर्स के मैच के दौरान स्टेमिना और स्टे्रंथ का अंतर काफी देखने को मिल रहा थाउनका फिटनेस लेवल काफी हाई थाहम जल्द ही थक जा रहे थे जबकि विपक्षियों के अंदर कहीं से भी थकान नहीं दिख रहा थाहारने का एक बड़ा कारण फिटनेस और पॉवर की कमी भी रही

Explosive strength नहीं है
दिल्ली में प्लेयर्स के लिए फिटनेस जिम चलाने वाले नासिर की मानें तो इंडियन प्लेयर्स हर फन में माहिर हैं लेकिन उनके अंदर एक्सप्लोसिव स्टें्रथ की कमी हैस्पीड की कमी हैयही कारण है कि इंटरनेशनल लेवल पर इंडियन प्लेयर्स का फिटेनस में नीचे से छठवां स्थान हैकाफी हद तक इसके शिकार हमारे इंडियन हॉकी प्लेयर्स भी हैं

उनके अंदर भी पॉवर की कमी हैबहुत जल्द ही पिच पर वे थक जाते थेदूसरे देश के प्लेयर्स की अपेक्षा उनके अंदर फाइट करने की स्टे्रंथ कम थीदरअसल, हमारे यहां फिजिकल ट्रेनर की कमी है, जिसके कारण प्लेयर्स को सही गाइडेंस नहीं मिल पातीअगर मिलती भी है तो बहुत लेटजैसे किसी छोटे शहर या कस्बा से कोई प्लेयर कड़ी मेहनत के बाद जूनियर लेवल पर या सीनियर लेवल पर सेलेक्ट होता है

अगर कोई सीनियर प्लेयर सेलेक्ट होता है तो उसकी उम्र करीब
18 से 20 के बीच होती हैवह अपने फन में माहिर तो होता है लेकिन फिजिकली ट्रेंड नहीं होतामसलन उसे फिजिकल ट्रेनिंग न मिलने के कारण उसका बॉडी स्टें्रथ कम हो जाता हैनेशलन लेवल पर जांच के बाद पता चलता है कि उसके बॉडी का कोई हिस्सा वीक थाउस समय काफी प्रयास के बाद भी उतनी रिकवरी नहीं हो पाती जितनी उसकी बचपन से एक्सरसाइज से होती है