याद किया गया शहीदों को 
गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में आर्मी की मध्य कमान ने शहीद सैनिकों को याद किया गया। पोलो ग्राउंड पर हुए प्रोग्राम में करगिल से लेकर आर्मी के डिफरेंट ऑपरेशन में शहीद हुए आर्मी के जवानों की विधवाओं को सम्मानित किया गया। आर्मी के रिटायर ऑफिसर्स को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया। अपनी स्थापना के 50 साल पूरे होने पर निकाली गई सूर्य किरण टार्च रिले का मकसद सुदूर एरिया में रहने वाले जवानों तक पहुंचना था। इसके साथ ही एक्स आर्मी मैन व शहीद हुए आर्मीमैन की फैमिली को यह विश्वास दिलाना था कि आर्मी उनके साथ है.

आर्मी के स्टंट ने किया रोमांचित 
गोल्डेन जुबली सेलिब्रेशन में आर्मी के जवानों ने खूब रोमांचित किया। जवानों ने पैराशूट्स से आसमान में शानदार करतब दिखाए। आर्मी के पैराशूट ग्लाइडर्स ने ऐसे करतब दिखाए कि तेज धूप में भी दर्शक टकटकी लगाए उनको देखते रहे। उसके बाद पंजाब बटालियन के मोटरसाइकिल स्टंटमैन के जवानों ने भी जमीन में अद्भुत करतब दिखाए गए। राजेश कुमार की 20 सदस्यीय टीम ने गैले स्टेलियन मोटरसाइकिल स्टंट पेश किए। इस दौरान क्रास, मोटरसाइकिल में पिरामिड, लेटकर, बैठकर बुलेट चलाने वाले मौजूद लोगों को चौंका दिया। तीन बुलेट में 20 जवानों की सवारी करके जब पूरे ग्राउंड में चक्कर लगाए तो तालियों की गडग़ड़ाहट से पूरा पोलो ग्राउंड गूंज उठा। आर्मी की बैंड की धुनों ने भी माहौल को और रोमांचक बना दिया. 

इलाहाबाद के बाद फैजाबाद रवाना 
मेजर जनरल जीओसी यूपी-एमपी सब एरिया विशंभर दयाल ने बताया कि सूर्य किरण टार्च रिले को एक मार्च को बरेली से शुरू किया गया था। यह टार्च रिले सात स्टेट और दर्जनों शहरों से होते हुए इलाहाबाद पहुंची है। यहां से फैजाबाद होते हुए यह टार्च रिले एक मई को लखनऊ पहुंचेगी, वहीं पर इसक समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान जिन-जिन शहरों से होकर टार्च रिले निकली है वहां पर एक्स आर्मीमैन की फैमिली से मिला गया, उनकी बातों को सुना गया और फिर उनकी प्रॉब्लम को सॉल्व कराया गया। जीओसी विशंभर दयाल ने टार्च रिले के दौरान के अपने एक्सपीरियंस भी शेयर किए गए। इस दौरान चीफ गेस्ट मेजर जनरल देवेंद्र कपूर, मेजर जनरल सुरिंदर सिंह, रिटायर्ड मेजर जनरल एनएम रावत, कमिश्नर देवेश चतुर्वेदी, आईजी आलोक शर्मा, मेजर जनरल विंशभर दयाल सहित आर्मी के सीनियर ऑफिसर्स मौजूद रहे.

याद किया गया शहीदों को 

गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में आर्मी की मध्य कमान ने शहीद सैनिकों को याद किया गया। पोलो ग्राउंड पर हुए प्रोग्राम में करगिल से लेकर आर्मी के डिफरेंट ऑपरेशन में शहीद हुए आर्मी के जवानों की विधवाओं को सम्मानित किया गया। आर्मी के रिटायर ऑफिसर्स को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया। अपनी स्थापना के 50 साल पूरे होने पर निकाली गई सूर्य किरण टार्च रिले का मकसद सुदूर एरिया में रहने वाले जवानों तक पहुंचना था। इसके साथ ही एक्स आर्मी मैन व शहीद हुए आर्मीमैन की फैमिली को यह विश्वास दिलाना था कि आर्मी उनके साथ है।

आर्मी के स्टंट ने किया रोमांचित 

गोल्डेन जुबली सेलिब्रेशन में आर्मी के जवानों ने खूब रोमांचित किया। जवानों ने पैराशूट्स से आसमान में शानदार करतब दिखाए। आर्मी के पैराशूट ग्लाइडर्स ने ऐसे करतब दिखाए कि तेज धूप में भी दर्शक टकटकी लगाए उनको देखते रहे। उसके बाद पंजाब बटालियन के मोटरसाइकिल स्टंटमैन के जवानों ने भी जमीन में अद्भुत करतब दिखाए गए। राजेश कुमार की 20 सदस्यीय टीम ने गैले स्टेलियन मोटरसाइकिल स्टंट पेश किए। इस दौरान क्रास, मोटरसाइकिल में पिरामिड, लेटकर, बैठकर बुलेट चलाने वाले मौजूद लोगों को चौंका दिया। तीन बुलेट में 20 जवानों की सवारी करके जब पूरे ग्राउंड में चक्कर लगाए तो तालियों की गडग़ड़ाहट से पूरा पोलो ग्राउंड गूंज उठा। आर्मी की बैंड की धुनों ने भी माहौल को और रोमांचक बना दिया. 

इलाहाबाद के बाद फैजाबाद रवाना 

मेजर जनरल जीओसी यूपी-एमपी सब एरिया विशंभर दयाल ने बताया कि सूर्य किरण टार्च रिले को एक मार्च को बरेली से शुरू किया गया था। यह टार्च रिले सात स्टेट और दर्जनों शहरों से होते हुए इलाहाबाद पहुंची है। यहां से फैजाबाद होते हुए यह टार्च रिले एक मई को लखनऊ पहुंचेगी, वहीं पर इसक समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान जिन-जिन शहरों से होकर टार्च रिले निकली है वहां पर एक्स आर्मीमैन की फैमिली से मिला गया, उनकी बातों को सुना गया और फिर उनकी प्रॉब्लम को सॉल्व कराया गया। जीओसी विशंभर दयाल ने टार्च रिले के दौरान के अपने एक्सपीरियंस भी शेयर किए गए। इस दौरान चीफ गेस्ट मेजर जनरल देवेंद्र कपूर, मेजर जनरल सुरिंदर सिंह, रिटायर्ड मेजर जनरल एनएम रावत, कमिश्नर देवेश चतुर्वेदी, आईजी आलोक शर्मा, मेजर जनरल विंशभर दयाल सहित आर्मी के सीनियर ऑफिसर्स मौजूद रहे।