जश्न ईद मिलादुन्नबी पर बुलंद हुई या नबी की सदाएं

शहर के अलग-अलग इलाकों से निकाले गए जुलूस

शायरों ने पेश किए नातिया कलाम, अकीदतमंद झूमे

ALLAHABAD: शहर की फिजा बुधवार को या नबी की सुदाओं से गूंज उठी। जश्न ईद मिलादुन्नबी के मौके पर अलग-अलग इलाकों से निकाले गए जुलूस में अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ पड़ा। किसी ने नातिया कलाम पेशकर माहौल को खुशनुमा बना दिया तो किसी ने जज्बाती नारों के साथ अपनी अकीदत का इजहार किया। बच्चे हों, जवान या फिर बुजुर्ग सभी की जुबां पर 'मरहबा मुस्तफा सरकार आ गए हैं' कि सदा थी।

झांकियों ने मोह लिया मन

सरकार की आमद में खुशी से लबरेज शहर की छोटी-बड़ी अंजुमनों की ओर से जुलूस निकाले गए। दरियाबाद, रानीमंडी, अटाला, सब्जीमंडी, गढ़ी सराय, मिन्हाजपुर, रानीमंडी, बख्खी बाजार, करेली आदि इलाकों से देर रात निकाले गए जुलूस में मदीना और काबा के अक्स की खूबसूरत झांकियां शामिल थीं। दोंदीपुर और मिन्हाजपुर की झाकियों ने भी खूब सुर्खियां बटोरी, जो मस्जिद-ए-नबवी की तर्ज पर गुलाब के फूलों के साथ सजाई गई थीं। शायर मोहम्मद दानिश ने इस दौरान एक के बाद एक शानदार नातिया कलाम पेश किए, जिसे सुन अकीदतमंद झूम उठे। शैदाइयों ने इस दौरान पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब की शान में नारे भी लगाए। जुलूस नखास कोहना से लेकर कोतवाली के बीच सड़क पर देर रात तक गश्त करते रहे, जिसमें लोगों की भारी भीड़ जुटी।

इनाम से नवाजे गए नातखां

रात दस बजे के बाद जुलूस निकलने का सिलसिला शुरू हुआ तो काटजू रोड, पुरानी जीटी रोड, गढ़ी सराय आदि इलाकों की रौनक बढ़ गई। अंजुमनों की ओर से नखास कोहना, सेवई मंडी, कोतवाली, बजाजा पट्टी में स्टाल लगाए थे, जहां मोहम्मद साहब की शान में शानदार कलाम पेश करने वाले शायरों को इनाम से नवाजा गया। अंजुमन इस्लामिया की ओर से निकाले गए जुलूस के संयोजक फिरोज जमाल ने अकीदतमंदों को लंगर भी बांटा।