भागलपुर-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस पकड़ने के चक्कर में हुआ हादसा

ALLAHABAD: भागलपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनल जा रही भागलपुर एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह फैलने के बाद भाग रहे पैसेंजर्स को दिल्ली से हावड़ा की तरफ जा रही तेज रफ्तार कालका एक्सप्रेस ने रौंद दिया। जिससे चार यात्रियों की मौत हो गई। वहीं दो यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रविवार की शाम करीब साढ़े सात बजे दिल्ली-हावड़ा रूट के बीच स्थित मांडा स्टेशन के पास हुआ। घटना के बाद हड़कंप मच गया। रेलवे की मेडिकल रिलीफ टीम को मांडा स्टेशन रवाना किया गया।

ट्रेन से टकरा गई थी गाय

भागलपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनस की ओर जा रही 12335 भागलपुर एक्सप्रेस रविवार की शाम मांडा स्टेशन के पास पहुंची थी कि अचानक एक गाय ट्रेन के इंजन से टकरा गई। जिससे गाय के चीथड़े उड़ गए। ड्राइवर ने अचानक इमरजेंसी ब्रेक मारते हुए ट्रेन रोक दी, ताकि कोई हादसा न हो। वहीं अचानक ट्रेन रुकने से धुएं का गुबार उठा। ट्रेन में सवार पैसेंजर कुछ समझ पाते इसी बीच किसी ने ट्रेन में आग-आग की शोर मचा दी। इसके बाद स्टेशन पर भगदड़ मच गया। भागलपुर एक्सप्रेस में सवार पैसेंजर रेलवे लाइन पार कर दूसरे प्लेटफार्म की ओर दौड़ पड़े।

ट्रैक पर खड़े थे पैसेंजर

रेलवे ट्रैक से प्लेटफार्म काफी ऊंचा होने की वजह से कुछ पैसेंजर जहां प्लेटफार्म पर चढ़ गए वहीं, कुछ ट्रैक पर ही खड़े रहे। इसी बीच दिल्ली से हावड़ा की तरफ जा रही 12312 कालका मेल अपनी फुल स्पीड में गुजरी। जिसकी चपेट में आने से रेलवे ट्रैक पर दौड़ रहे कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। चार लोगों की जहां मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो पैसेंजर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद मांडा स्टेशन पर हड़कंप मच गया। रेल कर्मियों ने घटना की सूचना अधिकारियों को दी। जिसके बाद इलाहाबाद से मेडिकल रिलीफ टीम भेजी गई। वहीं स्थानीय पुलिस की मदद से घायलों का प्राथमिक उपचार कराया गया। फिर उन्हें रेलवे हॉस्पिटल ले जाया गया। कालका एक्सप्रेस जहां दौड़ती रही। वहीं भागलपुर एक्सप्रेस को छिवकी जंक्शन लाया गया। जहां अधिकारियों की टीम ने ट्रेन का निरीक्षण किया।

जांच के आदेश

सीपीआरओ विजय कुमार ने बताया कि इस घटना के सम्बंध में जांच के आदेश दिए गए हैं। अधिकारियों की टीम पता लगाएगी कि भागलपुर एक्सप्रेस आखिर मांडा स्टेशन पर रोकी क्यों गई। कैटल सामने आने की वजह से ट्रेन रोकी गई थी। या फिर कोई अन्य कारण था।