प्रयागराज (ब्यूरो)शायद लोगों को नही पता लेकिन एक नियम यह भी है। गर्भवती महिलाओं को बिना डोनर ब्लड बैक से ब्लड मिल सकता है। खासकर उन महिलाओं को जो सीवियर एनीमिया (खून की कमी) से पीडि़त हैं और गर्भवती हैं। उनका सीजर हो रहा है तो जरूरत के अनुसार ब्लड बैंक उनको उपलब्ध कराएगा। बदले में उन्हें ब्लड नही देना होगा।

जेएसवाई के अंतर्गत मिलेगी सुविधा

एनएचएम यानी नेशनल हेल्थ मिशन के तहत यह नियम लागू किया गया है। जिसमें यह कहा गया है कि महिला की भर्ती जननी सुरक्षा योजना के तहत होनी चाहिए और आशा व एएनएम के तहत उसे भर्ती कराया गया हो। जिससे ब्लड उपलब्ध कराने के दौरान यह पता चल सके कि वाकई उसके आगे पीछे कोई ब्लड देने वाला नही है। यह जानकारी आशा व एएनएम के जरिए दी जाएगी। अगर ब्लड बैंक प्रभारी चाहे तो ब्लड फ्री भी उपलब्ध करा सकते हैं। कई बार देखने में आता है कि सीएचसी और पीएचसी में भर्ती कराई गई महिलाओं को ब्लड नही मिल पाता है। ऐसे में परिजनों को डोनर के लिए दर दर भटकना पड़ता है और इस बीच जच्चा और बच्चा दोनों सीरियस हो जाते हैं।

नही है जानकारी, जा सकती है जान

बता दें कि इस नियम की जानकारी लोगों को नही है। ऐसे में कई बार महिलाओं की जान पर बन आती है। बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के दौरान ब्लड की कमी से जूझती रहती हैं। ब्लड के लिए महिला के तीमारदार को ब्लड डोनर की व्यवस्था करना पड़ जाता है। अब इससे निजात मिल सकती है। मातृ एवं शिशु मृत्युदर में कमी लाने के लिए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों इस पर फोकस किया जा रहा है। वर्तमान में शहर में तीन ब्लड बैंक सरकारी हैं। इनमें एसआरएन, बेली और काल्विन शामिल हैं।

एनएचएम के तहत यह नियम है और जरूरत पडऩे पर महिलाओं की सहायता भी की जाती है। हालांकि लोगों को इसकी कम जानकारी है। कुछ शर्तों के साथ गर्भवती महिलाओं को ब्लड उपलब्ध करा दिया जाता है।

डॉ। आशु पांडेय, सीएमओ प्रयागराज