प्रयागराज ब्यूरो वाराणसी के रहने वाले सोनू ने रविवार को अपनी मां को दो हजार रुपये खर्च के लिए दिया। इसके बाद घर से निकल गया। तीन दिन तक उसने घर वालों से कोई बात नहीं की। मोबाइल पर कॉल आती रही लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं की। मंगलवार रात उसकी मौत की खबर घर पहुंची तो घर वाले सन्न रह गए। सोनू ने मौत का रास्ता क्यों चुना, इस बारे में घर वाले भी कुछ बता नहीं सके।
करता था सेल्समैन का काम
वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र स्थित सुद्धीपुर का रहने वाला सोनू कुमार पुत्र बहादुर कुमार एक प्राइवेट कंपनी में सेल्समैन था। दो भाइयों में सोनू बड़ा था। छोटा भाई रिक्की प्राइवेट गाड़ी चलाता है। करीब डेढ़ साल पहले सोनू की शादी अंजली से हुई थी। रविवार को दोपहर में सोनू ने अपनी मां राजकुमारी को दो हजार रुपये खर्च के लिए दिया। इसके बाद घर से निकल गया। देर शाम तक वह घर नहीं पहुंचा तो घरवाले परेशान हुए। पत्नी अंजली ने कई बार सोनू को फोन किया। मगर सोनू ने फोन रिसीव नहीं किया। रात हो गई तो घर वाले उसके लिए परेशान होने लगे। रिश्तेदारों और दोस्तों को घरवाले फोन करने लगे। सब यही बताते रहे कि सोनू किसी की कॉल रिसीव नहीं कर रहा है। सोमवार और मंगलवार का दिन बीत गया मगर सोनू ने किसी से बात नहीं की। चचेरे भाई पवन ने कई बार फोन किया तो सोनू ने उसका नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। घरवाले उसे तलाश कर थक गए। घर से निकलने के बाद सोनू ने किसी से भी सम्पर्क नहीं किया था। मंगलवार की रात सिविल लाइंस थाने से सोनू के घर फोन पहुंचा। फोन पर सोनू की मौत की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया। पता चला कि सोनू सिविल लाइंस में एक होटल में रुका था। यहां उसने जहर खाकर जान दे दी है। रात में ही घर वाले प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। घरवाले घटना का कोई कारण नहीं बता पाए। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद घरवाले शव लेकर वाराणसी के लिए रवाना हो गए।