क्रोनिक लीवर से संबंधित बीमारी के बारे में लोगों को मिली महत्वपूर्ण जानकारी

ALLAHABAD: देश में हर साल दो लाख लोगों की मौत लीवर की बीमारी से होती है। इनमें करीब 25 हजार की जान लीवर प्रत्यारोपण से बचाई जा सकती है। लेकिन, वर्तमान में केवल 1800 प्रत्यारोपण हो रहे हैं। यह बात नोयडा स्थित जेपी हॉस्पिटल के लीवर प्रत्यारोपण विभाग के सर्जन डॉ। अभीदीप चौधरी ने कही। प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि लीवर सिरोसिस का मुख्य कारण शराब है। दूसरा कारण हेपेटाइटिस सी का संक्रमण होना है, जो उत्तर भारत में अधिक सामने आता है। तीसरा बड़ा कारण फैटी लीवर है। उन्होंने कहा कि बीमारी के लाइलाज होने पर लीवर प्रत्यारोपण ही एकमात्र रास्ता बचता है। डॉ। चौधरी ने कहा कि एबीओ इम्कपैटिबल ट्रांसप्लांटेशन पद्धति द्वारा किया गया प्रत्यारोपण सामान्य लीवर प्रत्यारोपण की तरह परिणाम देता है। उन्होंने जन सामान्य से लीवर से जुड़ी से जुड़ी बीमारियों से होशियार रहने की अपील की है।