प्रयागराज (ब्‍यूरो)।

1620 करोड़ से भी ज्यादा है वर्ष की कुल अनुमानित आय
18 अरब से अधिक अवशेष सहित वर्ष की है अनुमानित आय
17 अरब से ज्यादा है वर्ष की कुल अनुमानित व्यय
96 करोड़ से अधिक वर्ष के अंत में कुल संभावित अवशेष
137 करोड़ रूपये ज्यादा है पिछले साल की तुलना में बजट प्रावधान


करीब साढ़े पांच महीने बाद हुई नगर निगम सदन की बैठक में शहर के विकास का बजट पास सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसमें चालू वित्तीय सत्र की तुलना में 137 करोड़ रुपये अधिक खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। पहली बार ऐसा हुआ जब नगर निगम में इतने बड़े बजट को बगैर किसी विरोध के मंजूरी दे दी गयी। सदन की बैठक की अध्यक्षता कर रहे मेयर उमेशचंद्र गणेश केसरवानी ने इस पर सभी सदस्यों का आभार जताया। बैठक में नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग समेत नगर निगम के ऑफिसर्स मौजूद रहे।

समस्याएं जिन पर चढ़ा पार्षदों का पारा
नगर निगम कार्यकारिणी समिति के सदस्य शिवसेवक सिंह के द्वारा ओटीएस के लिए संकल्प पारित कर शासन को भेजने की मांग सदन से की गई। इस पर सदन में मौजूद सभी पार्षदों ने सहमति जताई। चर्चा शुरू हुई तो एक साथ कई पार्षद सदन में नाला सफाई की डल व्यवस्था को लेकर हंगामा शुरू कर दिए। कहना था कि मैन पॉवर बढ़ाकर नाला की समुचित सफाई कराई जाय। पार्षदों की मांग पर सीवर के लिए कंट्रोल रूम नंबर जारी करने की मांग को भी मंजूरी दी गई। वार्ड 34 शिवकुटी के पार्षद कमलेश तिवारी हाउस टैक्स वसूली के नाम पर भवन की कुर्की व सीलिंग कार्रवाई को नगर निगम एक्ट के विपरीत बताया। कहा कि एक्ट 1959 की धाराओं में नगर निगम को किसी का भवन सील करने या कुर्क करने का अधिकार नहीं है। एक्ट के विपरीत कार्य करके पब्लिक को परेशान किया जा रहा है। वह बाकायदे एक्ट की बुक लेकर सदन में पहुंचे थे। सदन के सामने अफसरों ने उनकी बात स्वीकार की। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने जवाब दिया कि बगैर कार्रवाई बकाया हाउस टैक्स मिलना संभव नहीं है। यह नगर निगम की आय का सवाल है। जलकल को घेरते हुए पार्षदों ने कहा कि जिनके घर में जल व सीवर कनेक्शन नहीं हैं, उन्हें भी वाटर टैक्स का बकाएदार बताया जा रहा है। वार्डों में सफाई को लेकर सदन के अंदर पार्षदों का पारा हाई रहा। सवालों का जवाब दे पाने में सदन के सामने जिम्मेदार नगर निगम के अफसरों निरुत्तर रहे। रात में सफाई के लिए निर्धारित टाइम के सवाल पर पर्यावरण अभियंता भी निरुत्तर रहे। जवाब में उन्होंने कहा कि टाइम बनाने के निर्देश दिए गए हैं, जल्द ही समयसारिणी उपलब्ध करा दी जाएगी।

विकास चाहिए तो वार्ड साफ रखें
स्वच्छता को लेकर हर घर रंगोली प्रतियोगिता आयोजन करने का फैसला लिया गया।
जिनके वार्ड स्वच्छता में नंबर एक पर होंगे वहां पंद्रह लाख रुपये से अतिरिक्त विकास कार्य कराए जाएंगे।
दूसरे स्थान पर रहने वाले वार्ड में दस और थर्ड पोजीशन पाने वाले वार्ड में पांच लाख रुपये का अतिरिक्त विकास कार्य कराया जाएगा।

राष्ट्रीय मुद्दों पर भी हुई चर्चा
सदन ने महिला आरक्षण एवं महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देते हुए सुनीता दरबाजी को उपाध्यक्ष कार्यकारिणी सदस्य बनाए जाने पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। पार्षद आकाश सोनकर द्वारा पश्चिम बंगाल में आदिवासी महिला के साथ हुई क्रूरता पर जिंदा प्रस्ताव लाया गया। इस पर पूरा सदन उनके प्रस्ताव का समर्थन करते हुए सभी पार्षदों के द्वारा निंदा की गई। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर सदन ने सीएम और पीएम को धन्यवाद व बधाई पत्र भेजने का संकल्प लिया गया।

यह ऐतिहासिक बजट है। अब तक के इतिहास में नगर निगम सदन के द्वारा इतना बड़ा बजट शहर के विकास के लिए पास नहीं हुआ। जितने भी कार्यों का बजट पास हुआ है वह सारे काम अविलंब शुरू कराते हुए पूर्ण कराए जाएंगे।
उमेशचंद्र गणेश केसरवानी
महापौर नगर निगम प्रयागराज

सदन में पार्षदों के द्वारा जितनी भी समस्याएं उठाई व बताई गई हैं, उन्हें बाकायदे कोड किया गया है। सारी समस्याओं का समाधान अतिशीघ्र कराया जाएगा। जहां पर सदन स्तर से कार्य होने थे उन कार्यों को भी सदन से मंजूरी मिल गई है। सफाई नाले का हो या वार्ड का निरीक्षण करके व्यवस्थित कराया जाएगा।
चंद्र मोहन गर्ग
नगर आयुक्त नगर निगम प्रयागराज

कार्य जिन्हें मिली स्वीकृत व बजट
कुल 467 विकास कार्यों को मंजूरी मिली। इन पर26515.06 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
महाकुंभ के मद्देनजर नगर निगम क्षेत्र की स्वीकृत 32 सड़कों के निर्माण पर 8592.52 लाख रुपये खर्च होंगे।
मार्ग प्रकाश के 23 कार्यों के लिए कुल 3614.97 लाख रुपये व्यय किये जाएंगे
ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के 13 कार्यों पर 4582.80 लाख रुपये व्यय किये जाएंगे
सड़क निर्माण के 198 कार्य को मंजूरी। 8896.22 लाख रुपये खर्च होंगे।
शौचालयों के मरम्मत व उच्चीकरण के 25 कार्य पर 177.78 लाख खर्च होंगे।
सड़कों एवं नाला नाली मरम्मत एवं निर्माण के प्रस्तावित 72 कार्यों पर 550.07 लाख रुपये खर्च होंगे।
मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत शहरी एरिया में 100 कार्य पर 5000 लाख रुपये खर्च होगा।