- प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में शामिल है दर्जनों मृतकों का नाम

फूलपुर स्थित अगहुआ ग्राम पंचायत की वोटर लिस्ट में है बड़ी खामी

PHOOLPUR(JNN): त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में खामी ही खामी है। तमाम कोशिश के बाद भी जिला प्रशासन शासन की मंशा पर खरा नहीं उतर सका। इस सूची में तमाम ऐसे लोगों का नाम शामिल है जिनको मरे हुए कई साल का वक्त बीत चुका है। जबकि तमाम जीवित लोगों का नाम सूची में है ही नहीं। यह स्थिति प्रशासन की मेहनत और शासन की मंशा पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। इस बात का उदाहरण विकास खंड फूलपुर के अगहुआ ग्राम पंचायत की सूची में आराम से देखा जा सकता है।

ग्राम पंचायत की सूची का हाल

पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायतों के सभी वोटर मताधिकार का प्रयोग कर सकें इसके लिए मतदाता सूची दुरुस्त कराई गई थी। इस काम में सैकड़ों बीएलओ लगाए गए। काम ठीक हो इस बात की निगरानी के लिए जिले के कई अधिकारियों को नोडल बनाया गया। अफसरों की निगरानी में मर चुके लोगों का नाम काटने और जीवित का नाम मतदाता सूची में जोड़ने का काम हुआ। फिर भी बेदाग सूची नहीं तैयार हो सकी।

सूची में 17 मृतकों का नाम

अगहुआ ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में पर नजर डालें तो हालात बदतर दिखाई पड़ते हैं। सूची में 17 ऐसे लोगों का शामिल है जिनको मरे कई साल का वक्त बीत चुका है। मकान संख्या 39 मतदाता क्रमांक 80 रामअधार पुत्र मिठाई लाल, मकान संख्या 48 क्रमांक 248 पर जगदेई पत्‍‌नी सोहन, मकान संख्या 15 क्रमांक 73 मोबीन पुत्र जमील अहमद, मकान संख्या 80 क्रमांक 83 में दुलारी पत्‍‌नी राम खेलावन, मकान संख्या 86 क्रमांक 459 पर सीताराम पुत्र बुद्धू, आदि का सूची में है। जो कि अब इस दुनिया में हैं ही नहीं।

मायके आकर डालेंगी वोट

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए प्रकाशित मतदाता सूची में उक्त गांव की 12 युवतियां शादी के बाद ससुराल चली गई। अब वह सभी ससुराल में ही रहती हैं। फिर भी उन सभी का नाम उनके मायके यानी अगहुआ ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में दर्ज है। ग्रामीण कहते हैं कि इस मतदाता सूची में कुल 1296 वोटर हैं। जिसमें 61 बाहरी लोगों का नाम है। दर्जनों लोग ऐसे भी हैं जिनका नाम गांव में रहने के बाद भी प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची से गायब है।