प्रयागराज ब्यूरो ।संगम एरिया में पार्किंग कहां है, कहां पर वसूली हो सकती है। इसका कोई पता नहीं है। न कहीं पर पार्किंग का बोर्ड लगा हुआ है। ऐसी परिस्थितियों में संगम पहुंचने वाले वाहनों से पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है। दो पहिया वाहन छोड़कर सभी वाहनों से शुल्क लिया जा रहा है। पार्किंग शुल्क के नाम पर दबंगों की टोली काम कर रही है। अधिकृत रूप से कौन ठेकेदार या फर्म है, इसका संगम एरिया में कहीं भी जिक्र नहीं है। हालांकि कैण्टोमेंट बोर्ड के मुताबिक टेंडर बालाजी फर्म को दिया गया है। वाहन चालकों को दी जाने वाली पर्ची में भी बालाजी इंटरप्राइजेज लिखा है।


एक अप्रैल से दी जा रही पर्ची
संगम एरिया में आने वाले वाहनों से पार्किंग शुल्क के नाम पर दो सौ रूपया वसूला जा रहा है। वाहन चालकों को दी जा रही पर्ची पर लिखा है, वाहन स्टैण्ड छावनी परिषद प्रयागराज, परेड संगम क्षेत्र, बस, टै्रैक्टर दो सौ रुपया, सत्र एक अप्रैल 2024 से, ठेकेदार बालाजी इंटरप्राइजेज। पर्ची में न तो ठेकेदार का नाम है और न ही नंबर।

तो पहले कौन कर रहा था वसूली
संगम एरिया के लोगों का कहना है कि माघमेला के दौरान पार्किंग शुल्क केवल परेड एरिया में खड़े होने वाले वाहनों से लिया जाता है। बाकी के 11 महीने संगम एरिया में बांध से नीचे आने वाले हर वाहन से पार्किंग शुल्क के नाम पर वसूली की जाती है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि जब टेंडर एक अप्रैल से शुरू है तो फिर इसके पहले पार्किंग के नाम पर कौन वसूली कर रहा था।


एक अप्रैल से पार्किंग का टेंडर शुरू हुआ है। टेंडर पुणे की कंपनी बालाजी को मिला है। फर्म की तरफ से हैंडहोल्ड मशीन जेनरेटेड पर्ची दी जा रही है।
समीर इस्लाम, सीईओ, छावनी परिषद

पुलिस साधे रहती है चुप्पी
संगम एरिया में बाहरी वाहनों से पार्किंग के नाम पर वसूली का खेल नया नहीं है। मगर हद है कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। जाहिर है कि पार्किंग के खेल में पुलिस की भी मिलीभगत है। वरना जिस तरह से आए दिन विवाद की बात सामने आती है, पुलिस को सख्ती बरतनी चाहिए। हालांकि अभी एक अप्रैल से टेंडर शुरू होने की बात कही जा रही है।