प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बता दें कि बेली अस्पताल के डेंगू वार्ड में 22 सितंबर को प्रतापगढ़ की एक महिला परिजन ने नमाज पढ़ी थी। बाद में इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। तमाम अफवाह उडऩे लगी। कहा जाने लगा कि सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढऩे के मामले की जांच करते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इसी बीच ओवैसी ने एक ट्वीट कर मामले को और हवा दे दी। उन्होंने ट््वीट कर कहा है कि अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदार की देखरेख करने वाले किसी कोने में, किसी को तकलीफ दिए बिना अपने धर्म के अनुसार इबादत करते हैं तो इसमें जुर्म क्या है। जहां भी नमाज पढ़ी जाती है एफआइआर हो जाती है। क्या यूपी पुलिस के पास कोई और काम नहीं है। ओवैसी के ट्वीट करते ही सोशल मीडिया पर मामले पर बहस छिड़ गई। इससे पहले की मुद्दा अधिक गर्म होता प्रयागराज पुलिस ने ट्वीट कर स्पष्टीकरण जारी कर दिया। जिसमें लिखा गया कि इस मामले में किसी प्रकार न तो शिकायत हुई और न ही पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज की है। यह कृत्य कहीं से भी अपराध योग्य नही है। बेली अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में महिला को चेतावनी दी गई है। पुलिस में कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है।