प्रयागराज ब्यूरो । पीडब्लूडी में तैनात रहे पिता ने बेटे नसीम को बेहतर इंसान बनाने के लिए पिता ने कोई कसर नहीं छोड़ी। कॅरियर बनाने के लिए ज्यादा भटकना न पड़े इसके लिए आईटीआई का कोर्स ज्वाइन करवा दिया। नसीम ने भी प्लम्बरिंग का काम सीख लिया। इसके जरिए वह ईमानदारी और मेहनत से कुछ कमाकर परिवार चलाने की स्थिति में आ गया था। लेकिन, उसे बड़ा आदमी बनना था तो उसने पाइप जोडऩे वाले काम को पाइप से तमंचा बनाने का काम सीख लिया और पिता के इन सारे अरमानों पर पानी फेर दिया। यह बात तब मालूम चली जब नैनी में कई महीने से चल रही तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। इस फैक्ट्री की खबर एसओजी प्रभारी रणजीत सिंह को लगी तो जानकारी डीसीपी यमुना नगर को दिए। डीसीपी एसओजी व नैनी थाने की फोर्स के साथ फैक्ट्री पर छापामार दिए। मौके से कुल चार लोग पकड़े गए। इसमें एक नसीम भी शामिल था। तमंचा बनाने व बेचने के मामले में नसीम को खरीदार सुल्तान बाबा के नाम से जानते थे। वह सरगना जिलानी मंसूरी के अंडर में काम किया करता था। अभियुक्तों के कब्जे से तीन पिस्टल, 10 तमंचा व तमंचा बनाने का औजार और नकद रुपये भी पुलिस ने बरामद किये गये हैं। तमंचा बनाने वाले शख्स मध्य प्रदेश के ङ्क्षछदवाड़ा और बिहार के मुंगेर से स्वचलित पिस्टल लाकर जिले में महंगे दामों पर सप्लाई किया करते थे। सभी के खिलाफ नैनी थाने में आम्र्स एक्ट के तहत मुकदमा लिखा गया है।

डीसीपी यमुना नगर ने किया खुलासा
पुलिस लाइन सभागार में डीसीपी यमुनानगर अभिनव त्यागी और एसीपी करछना संजय ङ्क्षसह ने शुक्रवार दोपहर अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश किया। डीसीपी ने बताया कि पुलिस आयुक्त रमित शर्मा के निर्देश पर माघमेला, राममंंदिर उद्घाटन और गणतंत्र दिवस को देखते हुए आपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है। इसी आपरेशन के मद्देनजर टीमें क्षेत्रों में लगाई गई थीं। इसी बीच एसओजी प्रभारी को पता चला कि कुछ शख्स नैनी के अरैल स्थित कांशीराम आवास योजना की निष्प्रयोज्य बिङ्क्षल्डग में तमंचा बनाने की फैक्ट्री चला रहे हैं। खबर मिली तो इंस्पेक्टर नैनी यशपाल ङ्क्षसह, अतिरिक्त इंस्पेक्टर साजिद अली, एसओजी प्रभारी यमुनानगर रणजीत ङ्क्षसह, दरोगा मनीष कुमार, अरङ्क्षवद, रामानंद, अमित की टीम को एसओजी के साथ छापामार कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई के वक्त रामगढ़ डीहा करछना निवासी नागेश पांडेय तमंचा खरीदने के लिए बिङ्क्षल्डग के पास पहुंचा था जिसे घेराबंदी करके उसे दबोच लिया गया। इसके बाद बिङ्क्षल्डग के भीतर छापेमारी की गई तो मौके से 12 बोर, 315 बोर के तमंचे, पिस्टल, लोहे के टुकड़े, पेट्रोमैक्स सहित अन्य सामान बरामद हुआ।

35 हजार में बेचते थे 10 हजार की पिस्टल
मौके से कटरा चौराहा घूरपुर निवासी सरगना जिलानी मंसूरी व डीहा करछना के नसीम अहमद उर्फ सुल्तान बाबा, बसही करछना के ब्रम्हदीन विश्वकर्मा को भी पकड़ लिया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों ने स्वीकार किया वह लंबे समय से फैक्ट्री संचालित कर रहे थे। आन डिमांड भी तमंचा की सप्लाई करते थे।
पूछताछ में शातिरों ने बताया कि वह मुंगेर और ङ्क्षछदवाड़ा से कम दाम पर पिस्टल लाते थे और यहां करीब 35 हजार रुपये में बेचते थे।
फैक्ट्री में तमंचा बनाकर 12 से 15 हजार में बेचा करते थे।
तमंचे की फिनिशिंग व बनावट देखकर लोग अच्छे रेट में खरीद भी लिया करते थे।


चारों को पीसीआर पर लेगी पुलिस
डीसीपी यमुना नगर ने कहा कि अभी गिरफ्तार अभियुक्तों को (पीसीआर) यानी पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही यह पता चल सकेगा कि वे कौन लोग हैं जिनके हाथ इन लोगों ने असलहों की सप्लाई की है। इसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश की जाएगी। इनसे और भी सौदागरों के बारे में पता चलने का अनुमान है। पूरी जानकारी जुटाने के बाद प्राप्त होने वाले इनपुट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

तमंचा बनाने की पूरी फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। इनसे प्रारंभिक पूछताछ में काफी कुछ पता चला है। हम इन्हें पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पता लगाने की कोशिश करेंगे कि किन लोगों ने इनसे तमंचा खरीदा था।
अभिनव त्यागी, डीसीपी यमुनानगर