प्रयागराज (ब्‍यूरो)। होली पर्व पर नार्मल दिनों की अपेक्षा करीब 200 एमएलडी एस्क्ट्रा पानी की सप्लाई ट्यूबवेल से की गई। रंगों के इस त्योहार पर पानी की खपत को लेकर जलकल विभाग पहले से ही अलर्ट रहा। बराबर 20 घंटे तक हुई सप्लाई के चलते पानी की टंकियां खाली हो गईं। ऐसी स्थिति में मंगलवार सुबह कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई का प्रेशर विभाग को कम करना पड़ा। प्रेशर को घटाने के बाद टंकियों में पानी की स्टोर करने का काम शुरू हुआ। इस तरह पर्व पर वाटर मैनेजमेंट को लेकर विभागीय अफसर काफी एक्टिव रहे। इसी तरह सरफेज वाटर यानी नदियों से लेकर सप्लाई किया जाने वाला पानी भी लगभग 20 एमएलडी एक्स्ट्रा रहा। इस तरह आम दिनों की तुलना में 220 एमएलडी पानी पर्व पर ज्यादा खर्च हुआ।

सर्वाधिक ट्यूबवेल से हुई सप्लाई
नगर निगम एरिया में अब कुल सौ वार्ड हो गए हैं। इसके पूर्व शहरी क्षेत्र में मात्र 80 वार्ड ही थे। जहां पर प्रॉपर वाटर सप्लाई की व्यवस्था जलकल विभाग के जिम्मे है। विस्तारित क्षेत्रों में अभी नगरीय सप्लाई की व्यवस्था पूर्ण रूप से शुरू नहीं हो सकी है। इस लिए मौजूदा समय में पूर्णतया 80 वार्डों में ही जलकल विभाग के द्वारा सप्लाई का काम किया जा रहा है। इन पुराने 80 वार्डों में विभागीय अफसरों की मानें तो कुल दो लाख 18 हजार घरों में कनेक्शन हैं। इनमें होम और कमर्शियल कनेक्शन दोनों ही शामिल हैं। इन कनेक्शन धारकों को पानी सप्लाई देने के लिए जलकल के द्वारा शहरी एरिया में कुल 664 ट्यूबवेल लगाए गए हैं। आम दिनों में करीब 402 एमएलडी पानी की सप्लाई इसी ट्यूबवेल से की जाती है। होली पर्व पर विभागीय लोगों की मानें तो 602 एमएलडी पानी की सप्लाई की गई। मतलब यह कि पर्व पर लगभग 200 एमएलडी एक्स्ट्रा पानी की सप्लाई की गई, या फिर यूं कहा जा सकता है कि 200 एमएलडी पानी ज्यादा पर्व पर खर्च हुआ। इतना ही नहीं 90 एमएलडी पानी की सप्लाई विभाग यमुना नदी के पानी को लेकर ट्रीटमेंट करने के बाद किया जाता है। विभागीय सूत्रों की मानें तो इस सरफेज वाटर यानी नदी से लिए गए पानी की सप्लाई होली पर्व पर 110 एमएलडी की गई। अर्थात यहां भी 20 एमएलडी एक्स्ट्रा पानी की सप्लाई की हुई। यदि कुल मिलाकर देखा जाय तो तकरीबन 220 एलएलडी पानी की होली पर्व पर आम दिनों की अपेक्षा अधिक खर्च हुआ।

इस लिए सुबह प्रेशर रहा धीमा
होली पर्व के दूसरे दिन जिले में बड़ी होली मनाई जाती है। प्रयागराज में पर्व के दूसरे दिन की होली लोग छककर खेलते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए विभाग ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। ट्यूबवेल व टंकी से पानी आपरेटरों की छुट्टियां भी कैंसिल कर दी गई थीं। बताते हैं कि सोमवार को होली के दिन 220 एमएलडी पानी की एक्स्ट्रा सप्लाई दी गई। ऐसी स्थिति में रसूलाबाद, दारागंज, उचवागढ़ी, मुण्डेरा, टीपीनगर, सुलेमसराय सहित करेली इलाके की टंकियों में पानी काफी कम हो गया था। ऐसी स्थिति में विभाग को सुबह के वक्त कम प्रेशर से पानी की सप्लाई करना पड़ा। प्रेशर घटाने के बाद टंकियों में पानी स्टोर करने का काम शुरू किया गया। इस तरह टंकियों में पानी फुल होने के बाद दोपहर के वक्त फुल प्रेशर में फिर सप्लाई शुरू की गई पानी की सप्लाई देर शाम तक जारी रहा।

होली पर्व पर वाटर सप्लाई का प्लान पहले से ही तैयार किया गया था। यहां दो दिनों तक होली खेले जाने की बात पता थी। इस लिए दोनों दिन पानी सप्लाई में दिक्कत नहीं आए इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। 20 एक्स्ट्रा मोटर का भी प्रबंध किया गया था ताकि कहीं यदि जलने की समस्या आए तो तत्काल मोटर चेंज करके सप्लाई चालू कर किया जा सके।
शिवम मिश्रा, अधिशाषी अभियंता जलकल