ALLAHABAD: पुलिस के मुखबिर रवि भारतीय की हत्या का प्लान नैनी जेल में बना था। सलाखों के पीछे से ही पूर्व सांसद के गुर्गे जुल्फिकार अली उर्फ तोता ने कत्ल की साजिश रची। पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आ रहा है, लेकिन अभी किसी के पकड़ में नहीं आ पाने के कारण पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।

करेली के बेनीगंज मोहल्ले के रवि भारतीय की हत्या में नामजद आरोपी तोता के भाई सलमान और चचेरे भाई अलताफ पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। रविवार को पुलिस ने कई करीबियों को उठाकर कड़ाई से पूछताछ की, लेकिन कुछ खास सुराग हाथ नहीं लगा। फिलहाल पुलिस को इतना जरूर पता चला कि अभियुक्त कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में है। ऐसे में पुलिस कोर्ट के आसपास भी नजर रख रही है। सीओ सिविल लाइंस श्रीशचंद्र, इंस्पेक्टर धूमनगंज कमलेश कुमार ने टीम के साथ कसारी-मसारी, मरियाडीह और अन्य स्थानों पर लगातार छापेमारी की, लेकिन कोई पकड़ में नहीं आया।

जांच के लिए लिखा पत्र

मुखबिर रवि की ओर से सीओ दफ्तर, धूमनगंज थाना और क्राइम ब्रांच को पैसा पहुंचाए जाने के मामले में जांच के लिए सीओ सिविल लाइंस ने एसएसपी को पत्र लिखा है। जल्द ही इसकी जांच शुरू होने की उम्मीद है। उधर, रवि की हत्या और सट्टेबाजी में पुलिस की मिलीभगत का मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिसकर्मियों में खलबली है।