प्रयागराज ब्यूरो । साइबर क्रिमिनल पुलिस वालों को धमकी दे रहे हैं। पुलिस विभाग के दो सिपाहियों को धमकी भरा फोन आया है। एक सिपाही से उसके बेटे को छोडऩे के लिए बीस हजार रुपये मांगा गया। जब सिपाही ने सख्ती से बात की तो तथाकथित इंस्पेक्टर का नंबर बंद हो गया। वहीं, दूसरे सिपाही को ही गलत काम करने वाला बता कर मिली शिकायत पर कार्रवाई की धमकी दी गई। इस पर जैसे ही सिपाही ने बात रिकार्ड करनी चाही, कालर ने मोबाइल बंद कर लिया। दोनों मोबाइल नंबरों को ट्रेस करने का प्रयास चल रहा है।

मेरी कस्टडी में है तुम्हारा बेटा
हैलो, मैं इंस्पेक्टर बोल रहा हूं। तुम्हारा बेटा अनुज मेरी कस्टडी में है। उसने गलत काम किया है। बेटे को छुड़ाना हो तो बीस हजार रुपये का इंतजार कर लो। उसे भेज दो। वरना तुम्हारे बेटे को जेल भेजा दूंगा। ये धमकी भरा फोन पुलिस विभाग के एक सिपाही को आया। इसके बाद तथाकथित इंस्पेक्टर ने सिपाही को बेटे से बात करने की बात कही। सिपाही ने बात कराने के लिए कहा तो तथाकथित इंस्पेक्टर ने किसी को फोन दिया, इसके बाद उधर से रोने की आवाज आने लगी। मगर सीन तब बदल गया जब सिपाही ने अपना परिचय देना और तथाकथित इंस्पेक्टर से परिचय पूछना शुरू कर दिया। तथाकथित इंस्पेक्टर ने फोन काट दिया। इसके बाद नंबर स्विच आफ हो गया। घटना दो दिन पुरानी है। फिलहाल, सिपाही ने कोई कार्रवाई नहीं की है। मगर नंबर को ट्रेस कराने का प्रयास किया जा रहा है।


तुम्हारी गलत काम की शिकायत
गुरुवार को एक सिपाही अपना काम कर रहा था। अचानक एक अननोन नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को लखनऊ में पोस्ट इंस्पेक्टर बताया। सिपाही के नमस्कार करते ही फोन करने वाले तथाकथित इंस्पेक्टर का सुर बदल गया। इंस्पेक्टर ने कहा कि तुम गलत काम करते हो, तुम्हारी शिकायत मिली है। बहुत दबाव है, कार्रवाई करनी पड़ेगी। शायद तथाकथित इंस्पेक्टर को नहीं मालूम था कि उसने पुलिस विभाग के सिपाही को फोन किया है। सिपाही ने भी अपना सुर बदला और जैसे ही मोबाइल का रिकार्डिंग मोड ऑन किया, उधर से तथाकथित इंस्पेक्टर ने मोबाइल स्विच आफ कर दिया।