- जिले के एक दर्जन सब स्टेशन ओवरलोड का शिकार

- ओवरलोड के चलते टिक नहीं पा रहे ट्रांसफार्मर

नगर पंचायतों को आठ व गांवों को पांच घंटे मिल रही बिजली

KAUSHAMBI: जनपद वासी इन दिनों भीषण विद्युत संकट से जूझ रहे हैं। नगर पंचायतों व ग्रामीण इलाकों में बिजली की भारी कटौती की जाती है। इसकी मुख्य वजह मांग के सापेक्ष बिजली न मिलना व उपकेंद्रों में लगाए गए ट्रांसफार्मरों का ओवरलोड होना बताया जा रहा है। पूरे जिले के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी समस्या का निस्तारण नहीं किया जा रहा है।

आधे से ज्यादा उपकेंद्रों पर ओवरलोड

जनपद के नगर पंचायत व ग्रामीण इलाकों में विद्युत आपूर्ति के लिए करीब 24 उपकेंद्र बनाए गए हैं। इसमें एक दर्जन उपकेंद्र ओवरलोड हो गए हैं। इनमें मंझनुपर, करारी, पश्चिमशरीरा, शाहपुर, भरसवां, महेवाघाट, घटमापुर, कमालपुर, भरवारी, सरायअकिल आदि शामिल हैं। जनपद वासियों का कहना है कि विद्युत विभाग कनेक्शन तो दे रहा है, लेकिन आपूíत करने वाले ट्रांसफार्मरों की क्षमता नहीं बढ़ाई जा रही है। यही वजह है कि बीते एक वर्ष से एक दर्जन उपकेंद्रों में आपूíत के लिए लगाए गए ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गए हैं। शासन ने नगर पंचायतों में 15 घंटे व ग्रामीण इलाकों में दस घंटे बिजली देने का रोस्टर जारी किया है।

मांग के सापेक्ष आपूर्ति नहीं

पावर हाउस प्लांट पनकी से मांग के सापेक्ष बिजली न मिलने व ओवरलोड ट्रांसफार्मर से नगर पंचायतों में आठ घंटे व ग्रामीण इलाकों में चार से पांच घंटे तक ही बिजली मिल पा रही है। रोस्टर के मुताबिक बिजली न मिलने से जहां लोग गर्मी से जूझ रहे हैं, वहीं नलकूप न चलने से फसलें सूख रही हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए पूर्व में किसानों व व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन कर विद्युत विभाग व जिला प्रशासन से मांग की थी। लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

ट्रांसफार्मर फुंकने से 60 गांवों में अंधेरा

जनपद की करीब 60 ग्राम पंचायतों में विद्युत आपूर्ति के लिए लगाए गए ट्रांसफार्मर कई दिनों पूर्व जल गए हैं। इसकी वजह से संबंधित गांवों में विद्युत आपूíत नहीं हो पा रही है। शिकायत के बाद भी जले हुए ट्रांसफार्मरों को नहीं बदला गया। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। विद्युत विभाग के अधिकारियों के लिए शासनादेश भी मायने नहीं रखता है। शासन के सख्त निर्देश के बाद भी निर्धारित समय में जले हुए ट्रांसफार्मरों को नहीं बदला जाता है। इसकी वजह से सिराथू क्षेत्र के कमालपुर, अलीपुरजीता, दौतलपुूर कछार, पथराववां, बाराहवेली, खालसा, पीएचसी इस्माइलपुर, कोर्रा व मंझनपुर क्षेत्र के पुरखास में एक सप्ताह से अंधेरा फैला हुआ है। आपूíत बहाल न होने की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रांसफार्मरों के न बदले जाने से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।

क्या कहते हैं एक्सईएन

जनपद की विद्युत समस्या को लेकर एक्सईएन आरएन सिंह का कहना है कि जिले की बेपटरी हुई विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए आधा दर्जन उपकेंद्रों में अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने के लिए स्टीमेट भेजा गया है। साथ ही छह नए विद्युत उपकेंद्रों के निर्माण की अनुमति मिल गई है। जल्द ही बिजली की समस्या से जनपद वासियों को निजात मिलेगी।