एलएचबी कोच वाली प्रयागराज एक्सप्रेस को सांसदों ने रविवार को दिखाई हरी झंडी

नए कोच से सुसज्जित ट्रेन इलाहाबाद के पैसेंजर्स को लेकर नई दिल्ली के लिए रवाना हुई

<एलएचबी कोच वाली प्रयागराज एक्सप्रेस को सांसदों ने रविवार को दिखाई हरी झंडी

नए कोच से सुसज्जित ट्रेन इलाहाबाद के पैसेंजर्स को लेकर नई दिल्ली के लिए रवाना हुई

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: इलाहाबाद की वीआईपी ट्रेन प्रयागराज एक्सप्रेस को नए लुक और नई सुविधाओं वाले कोचों के साथ रविवार को सांसद श्यामाचरण गुप्ता, सांसद केशव प्रसाद मौर्या और डीआरएम संजय कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इलाहाबाद से दिल्ली का सफर करने वाले यात्रियों ने सजी-संवरी, नए लुक वाली और नीली से लाल हुई प्रयागराज एक्सप्रेस में सफर किया। रेलवे अधिकारियों के साथ ही सांसदों ने प्रयागराज एक्सप्रेस के इस बदलाव को रेल मंत्री द्वारा इलाहाबाद के यात्रियों को दिया नए साल का उपहार बताया।

नया लुक देख खुश नजर आए लोग

संडे की रात करीब 8.फ्0 बजे प्रयागराज एक्सप्रेस जब इलाहाबाद जंक्शन के प्लटेफार्म नंबर एक पर लगी तो उसका लुक देख कर पैसेंजर्स आश्चर्यचकित रह गए। ट्रेन पूरी तरह से बदली नजर आ रही थी। पूरी ट्रेन को फूलों से सजाया गया था। इसे देख कर लोगों ने नई प्रयागराज के साथ सेल्फी ली और नए डिब्बों में सफर का आनंद लिया।

टिकट स्लीपर से एसी में अपग्रेड

प्रयागराज एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में रिजर्वेशन कराने वाले करीब म्ख् पैसेंजर्स के लिए संडे का दिन काफी लकी रहा। क्योंकि प्रयागराज एक्सप्रेस के कोच बदलने और स्लीपर कोचों की संख्या कम होने के बाद म्ब् सीट कम हो गए। उन्हें एडजस्ट करने का रेलवे ने वादा किया था। चार्ट फाइनल होने के बाद रेलवे ने स्लीपर कोच के बचे हुए कन्फर्म टिकट वाले पैसेंजर्स को एसी कोच में एडजस्ट करते हुए उनका टिकट अपग्रेड कर दिया। क्योंकि स्लीपर में क्ख् की जगह क्0 कोच लगाए जाने से सीटों की संख्या घट गई तो एसी कोच में टोटल करीब म्ख् बर्थ बढ़ गए।

जनरल कोच की नहीं बदली सूरत

पुराने कोचों की जगह प्रयागराज एक्सप्रेस में नए एलचबी कोच लगाए जाने के बाद स्लीपर और एसी कोच के पैसेंजर्स ने जहां फीलगुड किया। वहीं जनरल कोच की सूरत नहीं बदली। जनरल कोच में लोगों को बैठने के लिए जगह नहीं मिली और कोच थोड़ी देर में ही फुल हो गई। गेट तक लोग खड़े रहे।

प्रयागराज की जानने लायक बातें

- क्98ब् में रेलवे ट्रैक पर आई थी प्रयागराज एक्सप्रेस, बीच-बीच में होता रहा अपग्रेडेशन

- एक बार फिर हुआ अपग्रेड, लगाए गए एलएचबी कोच, जो पुराने कोचों से हैं ज्यादा हल्के और लंबे

- नए कोचों की वजह से बिजली की खपत कम होगी और यात्रियों की संख्या बढ़ेगी

- क्म्0 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ने के लिए फीट है प्रयागराज एक्सप्रेस

- ट्रेन फुल स्पीड में चलने के दौरान आवाज और कंपन होगा कम

नए कोच काफी अच्छे हैं। सीट पहले से ज्यादा लंबी और चौड़ी है। साफ-सफाई भी बेहतर है। लाईट की व्यवस्था भी काफी अच्छी है, जो अच्छा लग रहा है।

वैभव, इलाहाबाद

प्रभु ने प्रयागराज के डिब्बों को तो नया कर दिया। लेकिन ट्रेनों की लेटलतीफी बंद हो जाए तो यात्रा और बेहतर हो जाए। एक बार कोई ट्रेन पीटती है तो फिर घंटों लेट हो जाती है।

माता यश तिवारी, गोपीगंज

हमारी प्रयाग राज एक्सप्रेस पहले नीली थी, अब लाल हो गई है, जो काफी अच्छी लग रही है। नए कोच में पहला सफर करके अच्छा लग रहा है। नई व्यवस्था कायम रहे, बस यही कामना है।

सुरेश त्रिपाठी, इलाहाबाद

प्रयागराज एक्सप्रेस तो पहले भी वीआईपी ट्रेन थी, अब और वीआईपी हो गई है। पहले 7ख् सीट थे, अब 80 सीट की वजह से कोच लंबी हो गई है। इससे पैसेंजर्स को काफी सुविधा होगी। वेटिंग लिस्ट कम होगी।

राम बहोर, धूमनगंज

मैं तो अक्सर प्रयागराज एक्सप्रेस से सफर करती हूं, लेकिन आज नए कोच में काफी अच्छा लग रहा है। बॉयो टॉयलेट के साथ ही डस्टबीन व साफ-सफाई की व्यवस्था तो अच्छी है, लेकिन यह व्यवस्था कितने दिन तक कायम रहती है, यह बड़ी बात है।

पूनम, कानपुर