प्रयागराज ब्यूरो । एडेड माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की राष्ट्रीय पेंशन योजना की धनराशि बिना उनकी मर्जी के निजी बीमा कंपनियों में लगा दिए जाने का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। अब तक 22 जिलों के 4257 शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की एनपीएस की धनराशि जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों की मिलीभगत से निजी बीमा कंपनियों में लगाने की शिकायत शासन तक पहुंची है। मामले में एफआइआर दर्ज कराने के माध्यमिक शिक्षा निदेशक के आदेश के बाद कुछ जिला विद्यालय निरीक्षक शिक्षकों पर यह लिखकर देने का दबाव बना रहे हैं कि उन्होंने स्वेच्छा से निजी बीमा कंपनी में धनराशि लगाई है।
दोहरे संकट में शिक्षक
एनपीएस की धनराशि निजी कंपनी में लगाने पर नुकसान होने से परेशान कुछ जिलों के शिक्षक अब जिला विद्यालय निरीक्षकों के दबाव से दोहरी परेशानी में हैं। उन्हें कहा जा रहा है कि यदि स्वेच्छा से निजी बीमा कंपनी में धनराशि लगाने का पत्र नहीं देंगे तो उनके खिलाफ किसी मामले में जांच आदि के नाम पर कार्रवाई की जाएगी। इससे सहमे शिक्षकों ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के पदाधिकारियों से शिकायत की है। माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश संरक्षक डा। हरिप्रकाश यादव ने कहा है कि शिक्षकों पर किसी तरह का दबाव बनाने की कोशिश सहन नहीं की जाएगी। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। मांग की है कि निजी बीमा कंपनी में लगाई गई धनराशि वापस मंगाकर शिक्षकों को राहत दी जाए। साथ ही जल्द एसआइटी गठित कर जांच कराए जाने की मांग दोहराई।