साल भर बाद भी हत्यारोपी न पकड़े जाने पर पुलिस चौकी का घेराव

मरियाडीह में पूर्व प्रधान की बहन व ड्राइवर की बकरीद पर हुई थी हत्या

ALLAHABAD: हत्या और बवाल को लेकर सुर्खियों में रहने वाला धूमनगंज का मरियाडीह इलाका पुलिस की नाकामी के चलते कभी भी सुलग सकता है। साल भर पहले बकरीद पर यहां के दबंग प्रधानपति व हिस्ट्रीशीटर आबिद की चचेरी बहन व ड्राइवर के सात हत्यारोपियों में से पुलिस एक को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इस बीच आबिद ने हत्यारोपियों के खुलेआम गांव में चहलकदमी के बाद पुलिस द्वारा एक्शन न लेने का आरोप लगाया तो मंगलवार को स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी का घेराव कर दिया। लोगों ने किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठायी।

गांव में घूम रहे हत्यारोपी

मंगलवार को ग्रामीणों के साथ बम्हरौली पुलिस चौकी का घेराव करने पहुंचे आबिद ने चौकी इंचार्ज के सामने आशंका जतायी कि उसकी कभी भी हत्या हो सकती है। उसने कहा कि उसकी चचेरी बहन अलमा व ड्राइवर सुरजीत के हत्यारोपियों में से कुछ लोग तीन दिन पहले मरियाडीह में सरेआम घूम रहे थे। इसकी जानकारी उसने सीओ सिविल लाइंस आलोक मिश्रा, धूमनगंज थानाध्यक्ष अशोक कुमार दुबे साहित कैंट एसओ को दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

रास्ता रोककर गोलियों से भूना था

बता दें कि 25 सितंबर 2015 की देरशाम बकरीद पर रिश्तेदारों से मिलकर लौटते समय आबिद की फाच्र्युनर कार पर खेत में छिपे हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार की थी। इसमें फाच्र्युनर में सवार आबिद की चचेरी बहन अलमा व डाइवर सुरजीत उर्फ पप्पू की आन द स्पॉट मौत हो गयी थी। माना जा रहा है कि यह हमला आबिद की हत्या के लिए हुआ था, लेकिन बम्हरौली में किसी काम से गाड़ी से उतर जाने के कारण वह बाल बाल बच गया।

साल भर बाद भी पुलिस के हाथ खाली

बता दें कि आबिद भी हिस्ट्रीशीटर है। वह गांव का प्रधान भी रह चुका है। वर्तमान में उसकी पत्‍‌नी ही प्रधान है। साल भर पहले दोहरे हत्याकांड में आबिद ने पुरानी रंजिश का हवाला देते हुए सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी थी। लेकिन घटना के साल भर बीतने के बाद भी पुलिस एक भी हत्यारोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

क्राइम ब्रांच कर रही जांच

मामला संगीन होने और धूमनगंज पुलिस को सफलता न मिल पाने के कारण पुलिस अधिकारियों ने इस प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी थी। फरार हत्यारोपियों के खिलाफ पांच हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया। लेकिन क्राइम ब्रांच भी हत्यारोपियों को पकड़ पाने में नाकाम है। इससे पीडि़त परिवार पशोपेश में है।

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इनके खिलाफ दर्ज है केस

साबिर

वसी अहमद

मकसूद अहमद

कम्मू

जाबिर

तौसीफ

इन्तेखाब आलम

पहले क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर इसकी जांच कर रहे थे। अभी हाली में उनका ट्रांसफर हो गया। टीमें लगी हैं। हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए मैं खुद मॉनिटरिंग कर रहा हूं।

एसपी क्राइम रामाकांत प्रसाद

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आबिद की ओर से गांव में डबल मर्डर के आरोपियों के घूमने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद तत्काल फोर्स के साथ गांव में दबिश दी गयी, लेकिन वहां कोई भी हत्यारोपी नहीं मिला।

सीओ अलोक मिश्रा