-सूबेदारगंज के कायाकल्प को मिली मंजूरी, बजट में 31 करोड़ का प्रावधान

-डायरेक्ट कोई ट्रेन नहीं लेकिन नई घोषित ट्रेनों में 19 को एनसीआर के जिलों में मिलेगा स्टॉपेज

-नई लाइन बिछाने के साथ अमान परिवर्तन के मद में मिले 72 करोड़

-एनसीआर के लिए बजट में साढ़े 16 अरब की योजनाओं का प्रस्ताव

ALLAHABAD: अपना शहर मेट्रो की कैटेगिरी में नहीं है इसलिए यहां की ट्रेनों में वाई फाई की सुविधा फिलहाल नहीं मिलेगी। एनसीआर के ट्रैक पर फिलहाल न तो कोई हाई स्पीड ट्रेन दौड़ेगी और न ही सेमी हाईस्पीड। दूरंतों के फेरे नहीं बढ़ेंगे। लेकिन, एनसीआर मुख्यालय के रूप में बजट के प्रावधानों को देखा जाय तो सबसे ज्यादा फायदे में यही रहा है। वैसे इलाहाबादियों को ज्यादा निराशा इसलिए नहीं है क्योंकि बजट में प्रस्तावित नई ट्रेनों में कई ऐसी हैं जिनका इलाहाबाद से होकर गुजरना संभावित है। एक्चुअल स्टेटस तो सितंबर में पता चलेगा जब नई ट्रेनों का फुल शिड्यूल जारी होगा लेकिन अनुमान है कि बेहतर होगा। एनसीआर के लिए बड़ी उपलब्धि यह है कि यहां पटरियों की दशा सुधारने पर विशेष जोर दिया गया है। बजट में कुल साढ़े 16 अरब से ज्यादा रुपए एनसीआर के खाते में आए हैं।

इन डायरेक्ट फायदा मिला

रेल मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने ट्यूजडे को रेल बजट पेश किया। इसमें डायरेक्ट तो एनसीआर के खाते में ज्यादा खास नहीं आया लेकिन फिर भी उसके खाते में बहुत कुछ आ गया है। बजट में प्रस्तावित नई ट्रेनों में कुल 19 ऐसे हो सकती हैं जो इलाहाबाद, आगरा और कानपुर से गुजरेंगी। दो हाईस्पीड ट्रेनें कानपुर से दिल्ली और आगरा से दिल्ली के लिए दौड़ेंगी। हाई स्पीड ट्रेनों का सफर एंज्वॉय करने के लिए भले ही इलाहाबादियों को कानपुर या आगरा की दौड़ लगानी पड़े लेकिन सुकून और राहत की बात यह है कि पूर्वाचल के जिलों वाराणसी, आजमगढ़ से शुरू होने वाली ट्रेनें इलाहाबाद में स्टॉपेज लेंगी। ये ट्रेनें दिल्ली और मुंबई रूट के लिए प्रस्तावित हैं और इसका फायदा निश्चित तौर पर इलाहाबाद के पैसेंजर्स को भी मिलेगा।

कुछ और ट्रेनों का मिल गया ऑप्शन

इलाहाबाद जंक्शन से दिल्ली, हावड़ा, वाराणसी, पटना, छपरा के लिए कई ट्रेनें गुजरती हैं। फिर भी ट्रेनें फुल रहने से सीट की मारामारी होती है। दिल्ली, मुंबई और पटना रूट के लिए कुछ और ट्रेनें मिलने से सीट की प्रॉब्लम कुछ तो सॉल्व होगी। वेटिंग में और लटक कर ट्रैवलिंग करने वालों की संख्या कुछ कम होगी। नया रेल बजट लागू होने के बाद एनसीआर में जहां 19 ट्रेनें बढ़ जाएंगी। वहीं इलाहाबाद जंक्शन पर सात ट्रेनें बढ़ सकती हैं। इसमें अहमदाबाद दरभंगा जनसाधारण एक्सप्रेस, जय नगर मुंबई जन साधारण एक्सप्रेस, अहमदाबाद पटना एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक आजमगढ़ एक्सप्रेस शामिल हैं।

एनसीआर को मिली हाईस्पीड ट्रेन

1. दिल्ली से आगरा

2. दिल्ली से कानपुर

जनसाधारण एक्सप्रेस

1. अहमदाबाद-दरभंगा जनसाधारण एक्सप्रेस-वाया सूरत (इलाहाबाद आएगी)

ख्। जयनगर-मुंबई जनसाधारण एक्सप्रेस (इलाहाबाद आएगी)

फ्। मुंबई गोरखपुर जनसाधारण एक्सप्रेस

प्रीमियम ट्रेन-

क्। मुंबई सेंट्रल-नई दिल्ली प्रीमियम एसी एक्सप्रेस

ख्। सिकंदराबाद-हजरत निजामुद्दीन प्रीमियम एसी एक्सप्रेस

एसी एक्सप्रेस ट्रेन

क्। विजयवाड़ा-न्यू देल्ही एपी एक्सप्रेस (डेली)

ख्। लोकमान्य तिलक-लखनऊ (विकली)

फ्। नागपुर-अमृतसर (विकली)

ब्। नहरलगुन-न्यू देलही (विकली)

भ्। निजामुद्दीन-पूने (विकली)

एक्सप्रेस ट्रेन

क्। अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस (वीकली) वाया वाराणसी (इलाहाबाद आएगी)

ख्। इंदौर-जम्मूतवी एक्सप्रेस (वीकली)

फ्। कानपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस (वीकली)

ब्। लोकमान्य तिलक आजमगढ़ एक्सप्रेस (वीकली) (इलाहाबाद आएगी)

भ्। नई दिल्ली-वाराणसी एक्सप्रेस (डेली) (इलाहाबाद आएगी)

म्। रामनगर-आगरा एक्सप्रेस (वीकली)

मेमू सर्विस

क्। पलवल-देलही-अलीगढ़

ट्रेन रूट में बढ़ोत्तरी

क्- आनंद विहार गरीब रथ एक्सप्रेस गया तक

ख्-गोंडिया-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस बरौनी तक

फ्। न्यू देलही-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस हबीबगंज तक

एनसीआर के लिए डिमांड ग्रांट- ख्0क्ब्-क्भ्

क्- नई लाइन निर्माण के लिए भ्ख् करोड़ एक लाख

ख्। सूबेदारगंज के विकास के लिए- फ्क् करोड़ ख्0 लाख

फ्। आमान परिवर्तन के लिए ख्0 करोड़ एक लाख क्0 हजार रुपए

ब्- रेलवे लाइन डबलिंग के लिए क्8 करोड़ भ्0 लाख

भ्। ट्रैफिक फेसेलिटीज के लिए क्ख् करोड़ ब्0 लाख

म्। रोलिंग स्टॉक के लिए तीन करोड़ 9क् लाख 7ख् हजार

7. रेल इंजन के लिए तीन करोड़ 78 लाख 8फ् हजार रुपए

8. सिग्नलिंग एंड टेलीकम्युनिकेशन वर्क के लिए ख्9 करोड़ क्क् लाख 99 हजार रुपए

9. इलेक्ट्रिशियल वर्क के लिए क्ख् करोड़ फ्0 लाख

क्0. वर्कशॉप प्रोडक्शन यूनिट के लिए म्9 करोड़ म्भ् लाख भ्भ् हजार रुपए

क्क्। स्टॉफ क्वार्टर के लिए छह करोड़, भ्भ् लाख 8ख् हजार रुपए

क्ख्। स्टोर सस्पेंस के लिए 9 अरब, ख्म् करोड़, क्0 लाख चार हजार रुपए

क्फ्। मैनुफैक्चर सस्पेंस- पांच अरब छह करोड़, ब्8 लाख ख्7 हजार

ये उम्मीदें रह गई बाकीं

-दिल्ली दूरंतो को डेली किया जाना

-दिल्ली के लिए सेमी हाईस्पीड ट्रेन

-मुंबई रोड पर रश को देखते हुए इलाहाबाद से नई ट्रेन

रेल बजट में क्या प्रस्ताव किया गया है? यह उतना मैटर नहीं करता जितना यह कि हमें प्लेटफॉर्म और ट्रेन में सफर के दौरान सुविधाएं क्या मिलती हैं। टिकट के लिए लम्बी लाइन में जूझने से मुक्ति मिले तो मानें कि बजट में हमारे लिए कुछ है।

बीएल यादव

ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं की सिक्योरिटी के लिए महिलाओं की नियुक्ति का प्रस्ताव एक बेहतर पहल है। इनकी कोच में मौजूदगी से महिलाओं का कांफीडेंस बढ़ेगा। यह निश्चित रूप से स्वागत योग्य कदम है।

ज्योति वर्मा

ट्रेन की स्पीड और वाई फाई सुविधा से ज्यादा जरूरी हमारे लिए ट्रेन में सीट मिलना है। अभी तो कोच में कई बार खड़े होना भी मुश्किल होता है। यह सुविधा अपेक्षित है। नई ट्रेनों की कनेक्टिविटी मिलने के बाद यह समस्या कम हुई तो मान लेंगे कि बजट बेहतर था।

दीपक कुमार

जर्नी पेन लेस हो। सुविधाएं बेहतर हों। इससे ज्यादा की अपेक्षा कॉमन पब्लिक को बिल्कुल नहीं होती। हमें तो इसी से ज्यादा मतलब है कि हमारी जर्नी कैसी रही। यह बेहतर है तो सब बेहतर है।

मीरा वर्मा

महिला सुरक्षा के लिए किया गया प्रस्ताव बेहतर है। उम्मींद तो कर ही सकते हैं कि इसके लागू होने के बाद ट्रेनों में महिलाएं ज्यादा निश्चिंत होकर यात्रा कर सकेंगी।

उमा त्रिपाठी