प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक रविंद्र गोयल ने कहा कि एआईआरएफ इस साल अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे कर रहा है। यह जानकर मुझे खुशी हो रही है। कहा कि विगत वर्षों में उत्तर मध्य रेलवे ने सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है। इस उपलब्धि के लिए उत्तर मध्य रेलवे के सभी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। कहा कि मैं अपेक्षा करता हूं कि कर्मचारियों का सहयोग इसी तरह मिलता रहेगा।

सभी युनिट में सिंगल विंडो
महाप्रबंधक रविंद्र गोयल ने कहा कि कर्मचारियों की सहायता और उनकी समस्याओं के पारदर्शी निराकरण के लिए सभी मंडल व यूनिट में एकल विंडो सेल की स्थापना की गई है। कर्मचारियों की सुविधा के लिए आफिस रेनोवेशन, मॉडयूलर फर्नीचर, एसी हाल की व्यवस्था की जा रही है। दिव्यांग कर्मचारियों की सुविधा के लिए प्रमुख स्टेशनों पर विशेष कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। कर्मचारियों के बेहतर उपचार के लिए 85 प्राइवेट हास्टिपल से कांट्रैक्ट किया गया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 154 मृतक आश्रितों की अनुकंपा आधार पर भर्ती की गई है।

एआईआरएफ के महामंत्री एवं मेंस यूनियन के जोनल अध्यक्ष शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि एआईआरएफ की स्थापना के सौ वर्ष संघर्ष के सौ वर्ष रहे हैं। इस अवसर पर रेल मंत्री ने जो डाक टिकट जारी किया वह संघर्ष का प्रतीक है। कहा कि पीएनएम बैठकों के नियमित आयोजनों के साथ ही रनिंग रूम कमेटी, हास्पिटल एवं सेफ्टी कमेटियों के नियमित क्रियान्वयन की आवश्यकता है। यूनियन के जोनल महामंत्री आरडी यादव ने बैठकों के आयोजन का शेडयूल जारी करने की आवश्यकता बताई। कहा कि रनिंग रूमों में ठेकों पर काम करने वाले कर्मचारियों का मेडिकल चेकअप होना चाहिए। रेलवे चिकित्सालय में वरिष्ठ नागरिकों की अलग व्यवस्था, रोड साइड स्टेशनों पर मोबाइल वैन द्वारा हेल्थ चेकअप करने, महिला कर्मियों के लिए अलग शौचालय और चेंजिंग रूम की बात कही। बैठक में अन्य पदाधिकारियों ने कर्मचारी हितों से जुड़ी मांग रखी।