प्रयागराज (ब्यूरो)। सर्जरी को न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ। एनएन गोपाल और डॉ। अमित सिंह के दिशा निर्देश पर डॉ। पंकज गुप्ता, डॉ। सत्यदेव पांडेय और डॉ। सौरभ आनंद दुबे ने अंजाम दिया। डॉ। गोपाल ने बताया कि यह एक बेहद पेचीदा सर्जरी होती है। इस बीमारी में मरीज के मस्तिष्क में गुब्बारे नुमा विकास उत्पन्न हो जाता है। जिसके फटने से बे्रन में ब्लीडिंग से मरीज कोमा में जा सकता है। डॉ गोपाल ने बताया कि यह एक पैदाइशी विकार है और अभी तक यह सर्जरी केवल लखनऊ में होती थी और इसमें मरीज के लाखों रुपए खर्च होते थे। लेकिन पहली बार हमारी टीम ने एसआरएन में यह सर्जरी की है। इससे रेयर सर्जरी के मरीजों को अब परेशान नही होना पड़ेगा। डॉ। पंकज गुप्ता ने बताया कि सोमवार को यह सर्जरी क्लिप विधि से की गई और अब मरीज पूरी तरह स्टेबल है। सर्जरी के दौरान ईएनटी विभाग के एचओडी डॉ। सचिन जैन, एनेस्थेटिस्ट डॉ। वैभव सिंह, डॉ। सचिन सिंह, डॉ। कृष्ण चंद्र गुप्ता, डॉ। आशीष सिंह, स्टाफ नर्स ममता सिस्टर ने अहम भूमिका निभाई।
ऐसे संभव हुई सर्जरी
एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एसपी सिंह ने बताया कि पहले एसआरएन में ऐसी जटिल सर्जरी की सुविधा नही थी। लेकिन पीएमएसएसवाई के तहत अत्याधुनिक उपकरणों के होने से यह आपरेशन संभव हो सका है। उन्होंने बताया कि एसआरएन अस्पताल एसजीपीआई, केजीएमसी और आरएमएल के बाद प्रदेश का चौथा सर्व सुविधा युक्त अस्पताल बन गया है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए डाक्टर्स की टीम को बधाई दी है।