आश्चर्य और रोमांच से भरपूर शो
एयरफोर्स की सेंट्रल एयर कमांड ने स्थापना के गोल्डेन जुबली के मौके अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन मदनमोहन मालवीय स्टेडियम में मौजूद आडियंस के सामने किया तो रोमांच से भर उठे। गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन की शुरुआत मिनी मैराथन से हुई। मिनी मैराथन के बाद से एयरो मॉडल शो ऑर्गनाइज किया गया था। करीब आधे घंटे तक स्टेडियम में एयरो मॉडल के थू्र हवा में करतब दिखाकर दर्शकों को इंटरटेन किया। सेंट्रल एयर कमांड के इस गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन का पार्ट बनने के लिए मार्निग में छह बजे ही स्टेडियम हाउसफुल हो गया। पैरा ग्लाइडर्स शो व गरुण कमांडों के करतब इस पूरे सेलिब्रेशन की जान थे। एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ जसविंदर चौहान ने मिनी मैराथन को फ्लैग ऑफ किया। इस दौरान सीनियर एयर स्टॉफ ऑफिसर एयर मार्शल रमेश राय, जीओसी फोर्ट मेजर जनरल सुरेंद्र सिंह सहित एयर फोर्स व आर्मी के ऑफिसर्स मौजूद रहे. 

6000 फीट की ऊंचाई से लगाई छलांग 
एयर फोर्स के आकाश गंगा के जांबाज जवानों ने पैराग्लाइडिंग का शानदार प्रदर्शन किया। आगरा से आई पैरा ग्लाइडिंग के ट्रेनिंग सेंटर की इस टीम ने एएन-32 प्लेन से छह हजार फीट की उंचाई से छलांग लगाई। आकाश में चलते प्लेन से जब इन जाबांजों ने छलांग लगाई तो आकाश में सफेद बिंदु की तरह नजर आ रहे थे। हवा में तैरते हुए ही इन्होंने कुछ नीचे आकर पैराशूट ओपेन किया तब आडियंस इन्हें देख पाए। इसके बाद इन 11 जांबाज जवानों ने हवा में ही करतबों की शानदार सीरीज पेश की। इस टीम को वल्र्ड व नेशनल रिकार्ड मेकर विंग कमांडर जय किशन व सलीम बेग लीड कर रहे थे. 

तितलियों की नजर आए पैराग्लाइडर्स 
प्लेन से कूदे पैरा ग्लाइर्डस ने जब रंग-बिरंगे पैराशूट खोले तो आकाश में तितलियों की तरह नजर आए। सेलिब्रेशन देखने आए बीटेक स्टूडेंट कहते हंै कि उन्होंने इस तरह के सीन अभी तक सिर्फ मूवी में ही देखे थे। कहते हैं कि, यकीन नहीं हो रहा कि छह हजार फीट की उंचाई पर कूदने के बाद भी कोई एक फिक्स लोकेशन पर पहुंच सकता है। पैरा ग्लाइडर्स ने आकाश में ही आकाश गंगा व सेंट्रल एयर कमांड का फ्लैग फहराया। जिसके बाद आकाश में थ्री मेंस फॉरमेशन के थू्र तिरंगा बनाकर दर्शकों को रोमांचित किया। आकाश से पंतग की तरह लहराते हुए पैरा ग्लाइडर्स स्टेडियम में उतरे तो उनका जोरदार वेलकम किया गया. 

नरीमन हाउस ऑपरेशन का हैलीकाप्टर उतरा स्टेडियम में 
गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में दर्शकों के लिए सेकंड सरप्राइज गरुण कमांडो का शानदार करतब रहा। बता दें कि गरुण कमांडो वही है जिन्होंने मुंबई में हुए टेरेरिस्ट अटैक के दौरान नरीमन हाउस में हुई कमांडो कार्रवाई में हिस्सा लिया था। एयर फोर्स के बेहद क्षमतावान एमआई-17 हेलीकाप्टर से गरुण कमांडो स्टेडियम में पहुंचे। कई मिनटों तक हवा में ठहरे रहे एमआई-17 से दो दर्जन कमांडो 50 फीट से ज्यादा की उंचाई से स्टेडियम ग्राउंड पर उतरे। 10 मिनट तक प्रदर्शन के बाद एमआई-17 वापस कमांडो को लेकर चला गया। बता दें कि गरुण कमांडो बेहद खतरनाक कमांडों टीम मानी जाती है। बेहद विषम परिस्थितियों में एयरफोर्स द्वारा कमांडो की इस टुकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है.आश्चर्य और रोमांच से भरपूर शो
एयरफोर्स की सेंट्रल एयर कमांड ने स्थापना के गोल्डेन जुबली के मौके अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन मदनमोहन मालवीय स्टेडियम में मौजूद आडियंस के सामने किया तो रोमांच से भर उठे। गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन की शुरुआत मिनी मैराथन से हुई। मिनी मैराथन के बाद से एयरो मॉडल शो ऑर्गनाइज किया गया था। करीब आधे घंटे तक स्टेडियम में एयरो मॉडल के थू्र हवा में करतब दिखाकर दर्शकों को इंटरटेन किया। सेंट्रल एयर कमांड के इस गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन का पार्ट बनने के लिए मार्निग में छह बजे ही स्टेडियम हाउसफुल हो गया। पैरा ग्लाइडर्स शो व गरुण कमांडों के करतब इस पूरे सेलिब्रेशन की जान थे। एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ जसविंदर चौहान ने मिनी मैराथन को फ्लैग ऑफ किया। इस दौरान सीनियर एयर स्टॉफ ऑफिसर एयर मार्शल रमेश राय, जीओसी फोर्ट मेजर जनरल सुरेंद्र सिंह सहित एयर फोर्स व आर्मी के ऑफिसर्स मौजूद रहे. 

6000 फीट की ऊंचाई से लगाई छलांग 
एयर फोर्स के आकाश गंगा के जांबाज जवानों ने पैराग्लाइडिंग का शानदार प्रदर्शन किया। आगरा से आई पैरा ग्लाइडिंग के ट्रेनिंग सेंटर की इस टीम ने एएन-32 प्लेन से छह हजार फीट की उंचाई से छलांग लगाई। आकाश में चलते प्लेन से जब इन जाबांजों ने छलांग लगाई तो आकाश में सफेद बिंदु की तरह नजर आ रहे थे। हवा में तैरते हुए ही इन्होंने कुछ नीचे आकर पैराशूट ओपेन किया तब आडियंस इन्हें देख पाए। इसके बाद इन 11 जांबाज जवानों ने हवा में ही करतबों की शानदार सीरीज पेश की। इस टीम को वल्र्ड व नेशनल रिकार्ड मेकर विंग कमांडर जय किशन व सलीम बेग लीड कर रहे थे. 

तितलियों की नजर आए पैराग्लाइडर्स 
प्लेन से कूदे पैरा ग्लाइर्डस ने जब रंग-बिरंगे पैराशूट खोले तो आकाश में तितलियों की तरह नजर आए। सेलिब्रेशन देखने आए बीटेक स्टूडेंट कहते हंै कि उन्होंने इस तरह के सीन अभी तक सिर्फ मूवी में ही देखे थे। कहते हैं कि, यकीन नहीं हो रहा कि छह हजार फीट की उंचाई पर कूदने के बाद भी कोई एक फिक्स लोकेशन पर पहुंच सकता है। पैरा ग्लाइडर्स ने आकाश में ही आकाश गंगा व सेंट्रल एयर कमांड का फ्लैग फहराया। जिसके बाद आकाश में थ्री मेंस फॉरमेशन के थू्र तिरंगा बनाकर दर्शकों को रोमांचित किया। आकाश से पंतग की तरह लहराते हुए पैरा ग्लाइडर्स स्टेडियम में उतरे तो उनका जोरदार वेलकम किया गया. 

नरीमन हाउस ऑपरेशन का हैलीकाप्टर उतरा स्टेडियम में 
गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में दर्शकों के लिए सेकंड सरप्राइज गरुण कमांडो का शानदार करतब रहा। बता दें कि गरुण कमांडो वही है जिन्होंने मुंबई में हुए टेरेरिस्ट अटैक के दौरान नरीमन हाउस में हुई कमांडो कार्रवाई में हिस्सा लिया था। एयर फोर्स के बेहद क्षमतावान एमआई-17 हेलीकाप्टर से गरुण कमांडो स्टेडियम में पहुंचे। कई मिनटों तक हवा में ठहरे रहे एमआई-17 से दो दर्जन कमांडो 50 फीट से ज्यादा की उंचाई से स्टेडियम ग्राउंड पर उतरे। 10 मिनट तक प्रदर्शन के बाद एमआई-17 वापस कमांडो को लेकर चला गया। बता दें कि गरुण कमांडो बेहद खतरनाक कमांडों टीम मानी जाती है। बेहद विषम परिस्थितियों में एयरफोर्स द्वारा कमांडो की इस टुकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है. 
आश्चर्य और रोमांच से भरपूर शो
एयरफोर्स की सेंट्रल एयर कमांड ने स्थापना के गोल्डेन जुबली के मौके अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन मदनमोहन मालवीय स्टेडियम में मौजूद आडियंस के सामने किया तो रोमांच से भर उठे। गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन की शुरुआत मिनी मैराथन से हुई। मिनी मैराथन के बाद से एयरो मॉडल शो ऑर्गनाइज किया गया था। करीब आधे घंटे तक स्टेडियम में एयरो मॉडल के थू्र हवा में करतब दिखाकर दर्शकों को इंटरटेन किया। सेंट्रल एयर कमांड के इस गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन का पार्ट बनने के लिए मार्निग में छह बजे ही स्टेडियम हाउसफुल हो गया। पैरा ग्लाइडर्स शो व गरुण कमांडों के करतब इस पूरे सेलिब्रेशन की जान थे। एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ जसविंदर चौहान ने मिनी मैराथन को फ्लैग ऑफ किया। इस दौरान सीनियर एयर स्टॉफ ऑफिसर एयर मार्शल रमेश राय, जीओसी फोर्ट मेजर जनरल सुरेंद्र सिंह सहित एयर फोर्स व आर्मी के ऑफिसर्स मौजूद रहे. 

6000 फीट की ऊंचाई से लगाई छलांग 
एयर फोर्स के आकाश गंगा के जांबाज जवानों ने पैराग्लाइडिंग का शानदार प्रदर्शन किया। आगरा से आई पैरा ग्लाइडिंग के ट्रेनिंग सेंटर की इस टीम ने एएन-32 प्लेन से छह हजार फीट की उंचाई से छलांग लगाई। आकाश में चलते प्लेन से जब इन जाबांजों ने छलांग लगाई तो आकाश में सफेद बिंदु की तरह नजर आ रहे थे। हवा में तैरते हुए ही इन्होंने कुछ नीचे आकर पैराशूट ओपेन किया तब आडियंस इन्हें देख पाए। इसके बाद इन 11 जांबाज जवानों ने हवा में ही करतबों की शानदार सीरीज पेश की। इस टीम को वल्र्ड व नेशनल रिकार्ड मेकर विंग कमांडर जय किशन व सलीम बेग लीड कर रहे थे. 

तितलियों की नजर आए पैराग्लाइडर्स 
प्लेन से कूदे पैरा ग्लाइर्डस ने जब रंग-बिरंगे पैराशूट खोले तो आकाश में तितलियों की तरह नजर आए। सेलिब्रेशन देखने आए बीटेक स्टूडेंट कहते हंै कि उन्होंने इस तरह के सीन अभी तक सिर्फ मूवी में ही देखे थे। कहते हैं कि, यकीन नहीं हो रहा कि छह हजार फीट की उंचाई पर कूदने के बाद भी कोई एक फिक्स लोकेशन पर पहुंच सकता है। पैरा ग्लाइडर्स ने आकाश में ही आकाश गंगा व सेंट्रल एयर कमांड का फ्लैग फहराया। जिसके बाद आकाश में थ्री मेंस फॉरमेशन के थू्र तिरंगा बनाकर दर्शकों को रोमांचित किया। आकाश से पंतग की तरह लहराते हुए पैरा ग्लाइडर्स स्टेडियम में उतरे तो उनका जोरदार वेलकम किया गया. 

नरीमन हाउस ऑपरेशन का हैलीकाप्टर उतरा स्टेडियम में 
गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में दर्शकों के लिए सेकंड सरप्राइज गरुण कमांडो का शानदार करतब रहा। बता दें कि गरुण कमांडो वही है जिन्होंने मुंबई में हुए टेरेरिस्ट अटैक के दौरान नरीमन हाउस में हुई कमांडो कार्रवाई में हिस्सा लिया था। एयर फोर्स के बेहद क्षमतावान एमआई-17 हेलीकाप्टर से गरुण कमांडो स्टेडियम में पहुंचे। कई मिनटों तक हवा में ठहरे रहे एमआई-17 से दो दर्जन कमांडो 50 फीट से ज्यादा की उंचाई से स्टेडियम ग्राउंड पर उतरे। 10 मिनट तक प्रदर्शन के बाद एमआई-17 वापस कमांडो को लेकर चला गया। बता दें कि गरुण कमांडो बेहद खतरनाक कमांडों टीम मानी जाती है। बेहद विषम परिस्थितियों में एयरफोर्स द्वारा कमांडो की इस टुकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है.