प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आरओ, एआरओ एग्जाम में पेपर लीक होने का मामला बुधवार को एक्स पर ट्रेंड करता रहा। छात्रों की मांग है कि पेपर लीक होने से परीक्षा की शुचिता पर सवाल खड़ा हुआ है। वहीं, लोक सेवा आयोग की एक समिति और एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है। इस मसले को लेकर छात्रों ने आयोग पर सवाल खड़ा किया है। शनिवार को छात्र लोकसेवा आयोग के सामने इस प्रकरण को लेकर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

एक्स पर ट्रेंड कर गई डिमांड
आरओ, एआरओ पेपर लीक मामला एक्स पर ट्रेंड कर गया। पोलिटिक्स ट्रेंडिंग में हैस यूपीपीएससी वी डिमांड रिइग्जाम और हैस कैंसिल आरओ, एआरओ इग्जाम की रीच चालीस हजार के पार पहुंच गई। छात्रों ने एक्स पर पेपर दोबारा कराने के लिए मुहिम छेड़ दी है। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह की अध्यक्षता में कई ऑन लाइन स्टडी चैनल ने अपनी बात सोशल प्लेटफार्म पर रखी। कौशल सिंह ने कहा कि एक बार आयोग संदेह के घेरे में है। इसके पीछे किसका हाथ है ये किसी को पता नहीं है। लेकिन प्रतियोगी छात्रों के साथ अन्याय हुआ है। कहा गया कि शनिवार को बारह बजे दिन में आयोग से वार्ता के लिए सभी एकत्रित होंगे। वार्ता में डिकोड एग्जाम, जय हो एग्जामपुर, पीसीएस मंथन, अनुपम चौधरी, राघवेंद्र तिवारी, अनिल कुमार सिंह, भूपेंद्र पांडेय, संजीव गुप्ता, कुमार तिवारी, विवेक गुप्ता, योगेंद्र शर्मा आदि शामिल रहे।

युवा मंच ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
युवा मंच ने आरओ, एआरओ पेपर लीक प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। युवा मंच ने कहा कि आयोग द्वारा गठित आंतरिक जांच समिति और एसटीएफ की जांच पर छात्रों को भरोसा नहीं है। युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने सीएम योगी को पत्र भेजकर हाईकोर्ट के निर्देशन में हाई पावर कमेटी से जांच कराने की मांग की है। वहीं, दूसरी ओर बेरोजगारी के विरोध में पत्थर गिरिजा घर धरना स्थल पर युवा मंच का धरना 65 वें दिन भी जारी रहा।

आयोग कमेटी ने शुरू की पेपर लीक आरोप की जांच
रविवार को हुई थी परीक्षा, अभ्यर्थियों ने लगाया था पेपर लीक का आरोप उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की तीन सदस्यीय आंतरिक कमेटी ने समीक्षा अधिकारी (आरओ)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा एसटीएफ भी मामले की जांच करेगी। अभ्यर्थियों की मांग है कि पेपर लीक करवाने वालों पर कार्यवाही हो और फिर से निष्पक्ष परीक्षा कराई जाए। आयोग ने आरओ/ एआरओ के 411 पदों पर भर्ती के लिए प्री परीक्षा 11 फरवरी को कड़ी सुरक्षा के बीच 58 जिलों में 2,387 केंद्रों पर कराई थी। आयोग के तमाम प्रबंध के बावजूद पेपर लीक के आरोप लगे। पहली पाली की परीक्षा शुरू हुई तो कहीं से पेपर लीक होने पर उत्तरकुंजी वायरल हो गई थी। प्रतियोगी छात्रों ने कहा कि परीक्षा व्यवस्था में ही कुछ ऐसे लोग हैं जो पेपर लीक कराकर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके पीछे किसका हाथ है, यह पता लगाया जाना चाहिए।