प्रयागराज ब्यूरो । त्योहार कोई भी हो हर व्यक्ति अपने परिवार वालों के साथ मनाना चाहता है। मगर कुछ ऐसे भी है जो इस बार होली का त्योहार अपने परिवार वालों के साथ नहीं मना पाएंगे। वो हैं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र जो इस बार होली अपने घर नहीं जा पाएंगे। छात्रों का कहना है कि कुछ छात्रों की एकेडमिक परीक्षाएं शुरू होने वाली है तो कुछ की शुरू हो चुकी है। वहीं कुछ छात्रों की प्रतियोगी परीक्षाएं होने वाली है। जिस वजह से वो इस बार घर न जाकर हॉस्टल में ही होली मनाएंगे।
यहां भी है घर जैसा माहौल
छात्रों का कहना है कि इस बार घर न जा पाने का दुख तो है मगर भविष्य की चिंता भी लगी रहती है। क्योंकि त्योहार हर साल आता है मगर परीक्षा जीवन में एक ही बार देनी होती है। इसके लिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ही नहीं कोई भी शैक्षणिक संस्थान दूसरा मौका नहीं देता है। इसलिए परीक्षाओं का देना बहुत जरूरी है। बिना परीक्षा दिये छात्रों को दूसरे क्लास में प्रमोट नहीं किया जाएगा। यदि वो फेल हो गए तो उनका एक साल खराब हो जाएगा। इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए छात्र इस बार हॉस्टल में ही होली मनाएंगे। छात्रों का कहना है कि हॉस्टल छात्रों का दूसरा घर है। यहां पर सारे सीनियर्स एवं जूनियर्स एक साथ मिलकर होली खेलते है। हॉस्टल के सीनियर्स जूनियर्स को काफी सपोर्ट करते हैं जूनियर्स के दूसरे पैरेंट्स हॉस्टल में उनके सीनियर्स होते है। जो उनकी हर समस्याओं में उनके लिए ढाल बन कर खड़े रहते है।
घर से आने बाद आती है याद
छात्रों का कहना है कि आने जाने में ही सारा समय बीत जाता है। घर पर रहने का मौका कम ही मिल पाता है। ठीक से घर वालों के साथ समय भी नहीं बिता पाते है। जिस वजह से घर से आने के बाद घर वालों की याद आती है। इसके चलते घर से वापस आने के बाद भी तीन चार दिन तक पढ़ाई पर ठीक ढंग से फोकस नहीें कर पाते है। तो इस बार घर न जाकर के हॉस्टल में ही होली मनाएंगे।

ग्रेजुएशन कर रहा हूं। परीक्षा की तैयारी में जुटा हूं। पर्व पर घर चला गया तो परीक्षा की तैयारी का तारतम्य टूट जाएगा। इसलिए पर्व पर घर नहीं जाऊंगा। इसलिए इस बार हॉस्टल में ही होली मनाएंगे।
शानू मिश्रा
हॉलैंड हॉस्टल

बीएससी(पीसीएम)प्रथम वर्ष का छात्र हूं। परीक्षाएं 15 अप्रैल से शुरू होने वाली है। बीएससी का कोर्स मात्र तीन महीने में पूरा कर दिया गया। जिसके चलते मैथ्स का पोर्शन थोड़ा कम समझ आया। इस वजह से होली पर घर न जाकर के परीक्षा की तैयारी करेंगे। ताकि अच्छे से अच्छे नंबरों से पास हो पास हो सके।
प्रियांशू गिरी
छात्र हॉलैण्ड हाल

अपनों के संग होली न मनाने पाने का दुख तो है लेकिन भविष्य का सवाल है। परीक्षा नजदीक होने के चलते घर नहीं जाऊंगा। यदि पर्व पर घर चला गया तो परीक्षा की तैयारी पर असर पड़ेगा। हास्टल में भी घर जैसा माहौल है यहीं साथियों संग होली का पर्व मनाऊंगा।
- ननदिश पांडे
केपीयूसी हॉस्टल

कासगंज का रहने वाला हूं। होली पर घर जाने में कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन वापस लौटते वक्त परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि त्योहार के बाद घर स काम पर लौटने वालों की संख्या अधिक होती है। टे्रनों में भीड़ ज्यादा होने के चलते रिजरवेशन नहीं मिल पाता है। होली पर घर न जाकर के हॉस्टल में एग्जाम की तैयारी करेंगे।
अर्पित गोला
छात्र केपीयूसी छात्रावास