डिप्टी सीएम ने उच्च शैक्षणिक संस्थानो में प्राईवेट पब्लिक पार्टनरशिप पर दिया जोर

गवर्नर ने कहा, एजूकेशन का कैंसर नकल, इसे रोकने पर करें विचार

ALLAHABAD: यूपी की 22 करोड़ आबादी में बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जाहिर है हमें ऐसे एजुकेशन मॉडल की जरूरत है जो सीधे तौर पर व्यवसाय से जोड़े। यह विचार यूपी के डिप्टी सीएम प्रोफेसर दिनेश शर्मा ने व्यक्त किये। वे 17 जून 2016 को स्थापित इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रथम स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वे गुजरात के एजुकेशन मॉडल से प्रेरित हैं।

नारी शक्ति का विश्वविद्यालय

डिप्टी सीएम ने कहा कि उन्होंने गुजरात जाकर देखा कि वहां नारी शक्ति के विश्वविद्यालय, खेल विश्वविद्यालय, सैन्य विश्वविद्यालय समेत अलग-अलग विषयों के विश्वविद्यालय स्थापित हैं। क्या ऐसा यूपी में नहीं हो सकता? डिप्टी सीएम ने पीपीपी मॉडल यानि पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप पर जोर देते हुये अपने एक विदेशी दौरे का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि देश से बाहर जाकर देखा कि विश्वविद्यालय प्राईवेट पार्टनरशिप के जरिये अपनी जमीन पर अत्याधुनिक निर्माण करवाते हैं। इसके बाद उसे किराये या लीज पर देकर पैसे का अर्जन करते हैं। सब काम सरकार के पैसे से नहीं हो सकता। हमारे विश्वविद्यालय भी दूसरे उपक्रम से जुड़कर पैसा कमा सकते हैं।

शिक्षा के साथ मिले रोजगार

डिप्टी सीएम ने शिक्षा के व्यावसायीकरण से बचने को कहा। कहा कि शैक्षिक संस्थानो में पीपीपी मॉडल को अमल में लाने पर गवर्नमेंट प्लानिंग कर रही है। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा के गिरते स्तर पर भी बात रखी। डिप्टी सीएम ने इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। राजेन्द्र प्रसाद की ओर मुखातिब होकर कहा कि भले ही नये कोर्स न बनायें, लेकिन छात्रों को शिक्षा के जरिये रोजगार से जोड़ने पर काम करें। उन्होंने इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के विकास में सहयोग का वादा करते हुए कहा कि इलाहाबाद में शिक्षा महोत्सव के भव्य आयोजन पर विचार होगा।

कीमोथिरेपी का है समय

प्रथम स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता कर रहे यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने कहा प्रदेश में आयोजित होने वाली परीक्षाओं में भारी पैमाने पर होने वाली नकल कैंसर की तरह है। अब समय आ गया है कि इसके इलाज के लिए कीमोथिरेपी का सहारा लिया जाए। उन्होंने कहा कि देश में युवाओं की बड़ी आबादी हमारी संपत्ति है। यदि समय रहते इसका उपयोग नहीं किया गया तो यही युवा चिंता का विषय बन सकते हैं। उन्होंने सैटरडे को मुम्बई बम ब्लास्ट मामले में आये फैसले का जिक्र करते हुये कहा कि आतंकवादी भी पढ़े लिखे जीनियस होते हैं। तभी इतनी बड़ी बड़ी घटनाओं को हाईटेक तरीके से अंजाम देते हैं। आतंकी घटनाओं में शामिल युवाओं को यदि समय रहते संभाल लिया गया होता तो आज ये पूरी दुनिया के लिये चिंता का विषय नहीं होते। कार्यक्रम की शुरूआत में कुलपति प्रो। राजेन्द्र प्रसाद ने विवि की प्रगति आख्या पेश की।

कुंभ उपवन की स्थापना करें

नववाहिता जोड़े और 25 वर्ष पूरे कर चुके विवाहित दंपति पूर्वजों की स्मृति में पौधरोपण कर प्रयाग में नए सामाजिक संस्कार को जन्म दें। यह बात उप मुख्यमंत्री डॉ। दिनेश शर्मा ने शनिवार को सर्किट हाउस में प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि डीएफओ बारिश के मौसम में किसी पौराणिक स्थल पर वन महोत्सव का आयोजन कर जनसहभागिता से पौधरोपण कराएं। पौधरोपण क्षेत्र का नामकरण कुंभ उपवन नाम से किया जाए। इसका विकास भी जनसहभागिता से किया जाए। इसमें औषधि गुण वाले पौधे लगाए जाएं। नगर आयुक्त और एडीए वीसी को भी पौधरोपण कराने को कहा। जनपद में पंचवटी नाम से पार्क विकसित करने की सलाह दी। इसमें जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और जन सामान्य द्वारा पांच-पांच पौधों का रोपण कराने को कहा। नगर निगम, एडीए, पीडब्ल्यूडी और मंडी परिषद को आपस में समन्वय बनाकर सड़कों को गड्ढामुक्त करने को कहा। जुलाई के आरंभ में शाला महोत्सव का आयोजन कराने को कहा। बैठक में सांसद श्यामाचरण गुप्ता, विधायक हर्षव‌र्द्धन बाजेपई, कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल आदि उपस्थित रहे।

वेदों की मत्वपूर्ण बातें पाठ्यक्रम में होगी शामिल

वेद हमारी वैदिक संस्कृति की परम्परा को दर्शाते है। वेदों का निर्माण उस समय हुआ था, जब विश्व के कई ऐसे देश है। जहां की संस्कृति के निर्माण की दूर दूर तक संभावना भी नहीं थी। वेद सभी लोगों विकास और कल्याण की बात करते है। इनमें जाति या धर्म का कोई बंधन नहीं है। ऐसे में वेद से जुड़ी बातों को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी है। दूसरे धर्मो के ग्रंथों में सभी के हितों से जुड़ी बातों को भी पाठ्यक्रम में शामिल होने की बात है। ये बाते शिवगंगा विद्या मंदिर फाफामऊ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रेसवार्ता में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कही। शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर उन्होंने कहा कि लखनऊ में मेयर रहने के दौरान उन्होंने अमीनाबाद इंटर कालेज में कई प्रयोग किए। जिसका परिणाम रहा कि वहां को रिजल्ट बोर्ड परीक्षा में शानदार रहा। ऐसे में जरूरी है कि सूबे के सभी स्कूलों में शिक्षा के सुधार के लिए कदम उठाया जाए। इस दिशा में प्रदेश सरकार तेजी से वर्क कर रही है। पाठ्यक्रम में बदलाव के प्रश्न पर डिप्टी सीएम ने कहा कि नेक्स्ट इयर से यूपी बोर्ड में भी एनसीईआरटी के पैटर्न पर किताबें चलेगी। इसके लिए तेजी से वर्क किया जा रहा है। ट्रिपल पी आधारित स्कूलों के बारे में उन्होंने कहा कि अगर ऐसा प्रस्ताव आता है कि सरकार उस पर विचार करेगी। व्यवसायिक शिक्षा पर जुड़े प्रश्न के सवाल पर उन्होंने कहा कि माध्यमिक व हायर एजूकेशन में रोजगारपरक शिक्षा पर तेजी से काम हो रहा है। जिससे बच्चों को रोजगार के अवसर मिल सके।