-क्राइम ब्रांच ने दो केजी स्मैक के साथ चार स्मगलर्स को दबोचा

-नागालैंड से लाकर इलाहाबाद और आसपास करते थे सप्लाई

<-क्राइम ब्रांच ने दो केजी स्मैक के साथ चार स्मगलर्स को दबोचा

-नागालैंड से लाकर इलाहाबाद और आसपास करते थे सप्लाई

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: बाराबंकी नहीं ये नागालैंड की स्पेशल स्मैक है बाबू। इसकी महक ही रोम-रोम हिला देती है। आसानी पर भी नहीं मिलेगी। नागालैंड से स्मैक लाने वाला गिरिराज कुछ इसी अंदाज में माल की ब्रांडिंग करता था। इलाहाबाद ही नहीं आसपास के जिलो में भी इसकी सप्लाई करता था।

चार स्मगलर पकड़े गए

एसपी क्राइम अरुण पाण्डेय ने बताया कि क्राइम ब्रांच और करेली पुलिस ने मंडे को राजस्थान के रहने वाले गिरिराज शर्मा, मध्य प्रदेश के गिरिराज सेन, सरायइनायत के सुरेन्द्र भारतीय और प्रतापगढ़ के अजय यादव को पकड़ा है। इनके पास से दो किलो स्मैक बरामद हुई है। उन्हें करेली पुलिस ने एनडीपीएस व एमवी एक्ट के तहत चालान कर जेल भेज दिया है।

कट पाउडर का खेल

पुलिस ने इन्हें मीडिया के सामने पेश करते हुए बताया कि इलाहाबाद और आसपास के जिलों में बाराबंकी की स्मैक सप्लाई होती थी। यहां कारोबार मंदा पड़ने लगा तो स्मगलों ने नागालैंड से मंगवाना शुरू कर दिया। यहां स्मैक को दो तरीकों से बेचा जाता था। एक पाउडर को कट और दूसरे को पाउडर बोलते हैं। दोनों को मिलाकर स्मैक या हेरोइन तैयार होती है। इस ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी, एसआई अजय सिंह व राकेश सिंह, करेली एसओ धर्मेन्द्र सिंह, एसआई आनंद पाण्डेय आदि शामिल रहे।

नाम-गिरिराज शर्मा

ख्00भ् से पहले तक राजस्थान में अफीम की खेती करता था। धंधा बंद होने पर इलाहाबाद आ गया। यहां स्मैक के होल सेल बिजनेस में इनवाल्व। स्मैक के साथ धूमनगंज पुलिस ने पहले भी उसे जेल भेज चुकी है। जेल से छूटने के बाद वह फिर इसमें इनवाल्व हो गया।

नाम-गिरिराज सेन

होल सेल सप्लायर है। शर्मा के साथ मिलकर इस धंधे को चलाता है। बाहर से माल आने पर लोकल स्तर पर उसे रिसीव करना और ठिकाने पर पहुंचाने की जिम्मेदारी गिरिराज सेन पर होती है।

नाम-सुरेन्द्र

सुरेन्द्र भी स्मैक स्मगलर्स की दुनिया में बड़ा नाम है। वह प्रतापगढ़ में कारोबार करता है। यहां से होल सेल में स्मैक लेता था और प्रतापगढ़ में फुटकर में बेचता था।

नाम-अजय

इलाहाबाद का लोकल सप्लायर है। अजय की सेटिंग कई दुकानदारों से है जहां पर वह थोड़ा-थोड़ा करके स्मैक बेचता था। वैसे इसमें फायदा भी ज्यादा है।

जिन्दगी ही नहीं परिवार की तबाही

एसपी क्राइम ने बताया कि स्मैक बेचना बड़ा क्राइम है क्योंकि इससे एक जिन्दगी नहीं पूरा परिवार तबाह हो जाता है। एक बार स्मैक की लत लगने के बाद यह आसानी से नहीं छूटती। स्मैक पीना अब फैशन है। युवा इसकी लत में पड़ गए हैं। रुपए नहीं मिलने पर वे चोरी और छिनैती करते हैं। पुलिस को कई बार यह भी सूचना मिलती है कि कुछ लोग स्मैक के आदी को इसका लालच देकर अपना अवैध काम करवाते हैं।