पहली तैनाती थी

बारा के एसओ राजेंद्र द्विवेदी की हत्या कर दी गई। वे सुल्तानपुर के रहने वाले थे। वे 2001 बैच के दारोगा थे। इलाहाबाद में उनकी पहली तैनाती थी।

अराजकता का माहौल

यूपी में अराजकता का आलम यह है कि पुलिस वालों को सरेआम कत्ल कर दिया जा रहा है। महकमे वाले भी उनका साथ नहीं देते। अभी कुछ माह पूर्व ही प्रतापगढ़ में एक डीएसपी की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। बदमाशों से लड़ने की बजाए साथी पुलिसकर्मी वहां से भाग खड़े हुए थे। अभी वह जांच भी पूरी नहीं पाई कि यहां भी एक एसओ की हत्या कर दी गई।