-वोटर कार्ड को आधार से लिंक कराने में रुचि नहीं दिखा रहे वोटर्स

-ज्यादातर मतदान केंद्रों पर सन्नाटे में बीता विशेष कैंप

ALLAHABAD: अभियान को लेकर पब्लिक जरा भी इंट्रेस्टेड नहीं है। लोगों को समझ ही नहीं आ रहा कि क्यों आधार को वोटर कार्ड से लिंक कराया जाए। इसी का नतीजा रहा कि रविवार को मतदान केंद्रों पर लगाए गए विशेष कैंपों में सन्नाटा पसरा रहा। गिनती के लोगों ने पहुंचकर फॉर्म भरकर आवेदन किया तो कहीं बीएलओ के नहीं पहुंचने से पब्लिक को भीषण गर्मी में निराश होना पड़ा।

पब्लिक को नहीं चाहिए सुविधा

चुनाव आयेाग भले ही चाहता हो कि वोटर कार्ड को आधार से लिंक कराकर मतदाता सूची को फिल्टर कर लिया जाए, लेकिन पब्लिक इसमें इंट्रेस्ट नहीं ले रही है। हालात यह है कि रविवार को कैंप लगाए जाने के बावजूद केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा। कहीं इक्का-दुक्का लोग नजर जरूर आए। इनमें से कुछ ने वोटर कार्ड में त्रुटि ठीक कराने के लिए आवेदन किया तो किसी ने अपना नाम कटवाने के लिए फॉर्म भरा।

यहां पर पसरा रहा सन्नाटा

रविवार को आई नेक्स्ट ने रिपोर्टर ने कुछ स्कूलों में लगाए गए कैंप का दौरा किया तो हकीकत सामने आ गई। जार्ज टाउन स्थित मूक बधिर विद्यालय और जगत तारन गोल्डन जुबली स्कूल में भरी दोपहरी एक भी आदमी नजर नहीं आया। बीएलओ छांव के नीचे बैठे टाइम काट रहे थे। सेंट एंथोनी कर्नलगंज इंटर कॉलेज में लगे शिविरों में कुछ लोग पसीना बहाते हुए पहुंचे। ब्वॉयज हाईस्कूल में भी लगभग यही हालात रहे। भीषण गर्मी में लोगों ने घर से बाहर निकलना सही नहीं समझा।

बॉक्स।

ख्7 लाख वोटर का है लक्ष्य

योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जिला प्रशासन को ख्7 लाख लोगों के लक्ष्य को पूरा करना होगा। कुल ब्फ् लाख वोटर्स में ख्7 लाख के पास आधार मौजूद हैं। इन्हें लिंकअप करना बेहद जरूरी है। लेकिन, पिछले दो बार से लगाए गए विशेष कैंपों की स्थिति देखकर इस लक्ष्य की पूर्ति होना मुश्किल नजर आ रहा है। उधर, बीएलओ का कहना है कि पब्लिक इस योजना में अपना फायदा न पाकर इंट्रेस्ट नहीं ले रही है।

नहीं भरे गए बीएलओ के पद

रविवार को जिला निर्वाचन कार्यालय में कई बूथों से कैंप में बीएलओ के अनुपस्थित रहने की शिकायत की गई। इनमें से कई बीएलओ तो ऐसे हैं जो पहले शिक्षामित्र थे और सरकारी नौकरी लग जाने के बाद वह छोड़कर चले गए हैं। ऐसे में उनके खाली पदों को अभी तक नहीं भरा गया है। इसके अलावा कई बीएलओ तक कैंप की प्रॉपर सूचना नहीं पहुंचने से भी वह नदारद रहे।