प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में अलग-अलग खेलों के कोच नहीं होने से खेल शिविर तीन माह से बंद चल रहा था। जिसके चलते खिलाड़ी बिन कोच के ही प्रैक्टिस कर रहे थे। मगर अब मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में कोच की नियुक्तियां हो चुकी है। इनकी नियुक्तियां हो जाने से बुधवार से खेल शिविर की शुरुआत होने जा रही है। शिविर में प्रवेश के लिए खिलाडिय़ों का ट्रायल बुधवार को मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में सुबह सात बजे से लिया जाएगा। इसके बाद खिलाडिय़ों को स्टेडियम में अभ्यास करने के लिए प्रवेश दिया जाएगा।

पुराने कोचों को किया रिनूअल
स्टेडियम में अधिकतर कोच की नियुक्तियां संविदा पर होती है। इनकी नियुक्तियां प्राइवेट कंपनियों के द्वारा की जाती है। मगर इसकी फंडिंग खेल निदेशालय करता है। प्राइवेट कंपनियां सिलेक्टेड कोचों की लिस्ट खेल निदेशालय को सुपुर्द कर देती है। इसके बाद खेल निदेशालय उतने कोच के लिए फंड एलाट करता है। क्रीड़ा अधिकारी का कहना है कि
इस बार उन्हीं कोच के एग्रीमेंट को रिनूअल किया गया है जो पिछले साल स्टेडियम में कोचिंग दे रहे थे। इसी के साथ एलॉटमेंट करने का टेंडर पिछली बार की तरह इस बार भी टी एंड एम और अवनी कंपनी को दिया गया है।

कैटगरी वाइज मिलता है वेतन
स्टेडियम में कोच को वेतन उनकी योग्यता के आधार पर दिया जाता है। स्टेडियम में तीन में कोचों को नियुक्त किया जाता है। इन्हें इनकी काबिलियत के आधार पर सैलरी दी जाती है। ये तीन कटेगरियां है-
-स्टेट लेवल खेले गए कोच का मानदेय-
बीस हजार रूपए प्रति माह
-स्टेट लेवल और एनआईएस का डिप्लोमा किए हुए कोच की सैलरी
-पच्चीस हजार प्रति माह
-वहीं एनआईएस और इंटरनेशनल खेले कोचों की सैलरी-तीस हजार रूपए प्रति माह है।

नहीं चलेगा क्रिकेट, बास्केटबाल और कराटे का शिविर
मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में बुधवार से खेल शिविर की शुरूआत होने जा रही है। जिसमें खिलाडिय़ों को एथलेटिक्स, जूड़ों, कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, हॉकी, ताइक्वाण्डो, फुटबाल, कबड्डी, रोईंग, हैण्डबाल एवं बाक्सिंग प्रशिक्षण दिया जाएगा। मगर इस बार खिलाडिय़ों को क्रिकेट, बास्केटबाल और कराटे का प्रशिक्षण स्टेडियम में नहीं दिया जाएगा।

मानक के आधार पर होता है चयन
मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में हर खेल के लिए खिलाडिय़ों का मानक तय है। कि इतने खिलाडिय़ों से ज्यादा उस खेल में नहीं रखे जाएंगे। मानक के अनुसार हैण्डबाल में 25, एथलेटिक्स में 40 इसी तरह से कुछ में अन्य खेलों में भी खिलाडिय़ों की संख्या 40 और 25 के बीच है।
आचार संहिता समाप्त होने के बाद नये कोचों की डिमांड की जाएगी। जिसमेँ
क्रिकेट, बॉलीबाल और कराटे के खेल शामिल है। इसके बाद से खेलों में भी खिलाडिय़ों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा।
विमला सिंह
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी
मदन मोहन मालवीय स्टेडियम