प्रयागराज (ब्‍यूरो)। वर्तमान में कैंसर के मरीजों को कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल सहित दूसरे शहरों का चक्कर काटना पड़ रहा है। उन्हे बेहतर इलाज की दरकार है। लेकिन सबकुछ ठीक ठाक रहा तो तीन से चार माह में एसआरएन अस्पताल के कैंसर विभाग में मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध होगा। क्योंकि कैंसर विभाग में कई अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से मरीजों का इलाज किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने 4.5 करोड़ के बजट को स्वीकृत पहले ही कर दिया है। टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। जल्द ही नए उपकरण विभाग में उपलब्ध होंगे जिससे मरीजों को इलाज में काफी राहत मिलेगी।

इन उपकरणों को किया जाएगा इंस्टाल
एसआरएन के रेडियोथेरपी विभाग में रेडियोथेरपी सिमुलेटर, कंप्यूटराइज्ड टीपीएस एवं पच्चीस लाख रूपए के खर्च से नवीन विकिरण मात्रा मापी उपकरणों की स्थापना की जाएगी। यह उपकरण मरीजों की बेहतर जांच कराने में मददगार साबित होंगे। अभी इन जांचों के लिए मरीजों को प्राइवेट सेंटर्स पर मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है। दौड़ लगानी भी पड़ती है। लेकिन एसआरएन में यह उपकरण लगने के बाद कम पैसे में काफी फायदा उन्हें मिलेगा।

कई जिलों से आते हैं मरीज
एसआरएन अस्पताल के कैंसर विभाग में इस समय प्रयागराज सहित आसपास के जौनपुर, कौशांबी, भदोही, प्रतापगढ़ सहित तमाम जिलों से मरीज यहां आते हैं। चूंकि कैसर एक महंगा इलाज है और प्राइवेट सेंटर्स में इसका इलाज कराना सबके बस की बात नही है। अस्पताल के पीएमएसएसवाई बिल्डिंग में 2018 से कैंसर के मरीजों का निरंतर इलाज चल रहा है। इसके साथ ही कीमोथेरेपी एवं कैंसर सर्जरी की सुविधा भी 2020 से शुरू हो चुकी है। हर साल यहां सैकड़ों मरीज आते हैं। सरकार से नवीन उपकरणों की मांग की गई थी, जिनको लगाने की प्रक्रिया की शुरुआत होने जा रही है।

अभी और भी है जरूरतें
ऐसा नही है कि इस कैंसर विभाग में उपकरण लगने के बाद सब बेहतर हो जाएगा। लोगों को इलाज के लिए अन्य सुविधाओं की भी दरकार है। टाटा और भाभा जैसे कैंसर अस्पतालों से मुकाबला के करने के एसआरएन अस्पताल के कैंसर विभाग को अधिक सुविधाओं की दरकार है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सरकार से लगातार अधिक से अधिक सुवविधाओं की मांग की जा रही है।

कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। इसकी बेहतर जांच समय से हो जाए तो मरीज को इलाज में काफी लाभ होता है। यी कारण है कि एसआरएन में नवीन उपकरण लगाए जा रहे हैं। जल्द यह वर्किंग हो जाएंगे और मरीजों को जांच की सुविधा मिलेगी।
प्रो। एसपी सिंह प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज