प्रयागराज ब्यूरो । झूंसी में प्रापर्टी डीलर के मर्डर में एसटीएफ के एक सिपाही की भूमिका की जांच शुरू हो गई है। एसटीएफ का सिपाही लखनऊ में तैनात है। वहीं, मुख्य आरोपित की तलाश में पुलिस की तीन टीमों ने कई जगह दबिश दिया, मगर वह घटना के दूसरे दिन रविवार को भी पकड़ में नहीं आया। उसके घरवाले भी फरार हो गए हैं। घटना को लेकर नैका गांव में तनाव का माहौल है। अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो बवाल की स्थिति बन सकती है।

छतनाग गांव के पास हुआ था मर्डर

नैका गांव निवासी प्रापर्टी डीलर सत्यपाल उर्फ बाल लाल भारतीया शनिवार सुबह गंगा नहाने जा रहा था। करीब सात बजे वह छतनाग गांव के पास पहुंचा। सत्यपाल बाइक से था। तभी नैका गांव का शिवकुमार उर्फ ननका पीछे से आ गया। वह भी बाइक से था। छतानाग गांव के पास पीछे से आए ननका ने चलती बाइक पर ही एक हाथ में तमंचा निकाल कर फायर कर दिया। एक गोली सत्यपाल के सिर में लगी और वह ढेर हो गया। सत्यपाल के गिरते ही ननका ने अपनी बाइक की रफ्तार बढ़ा दी। मगर पीछे से रहे सत्यपाल के भतीजे मंजीत ने उसका पीछा कर लिया। कुछ दूर जाने के बाद ननका बाइक सड़क किनारे छोड़कर पैदल ही कछार की ओर भाग निकला।

तीन नामजद और पांच अज्ञात पर केस

सत्यपाल की पत्नी ने तीन के खिलाफ नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है। तीन नामजद में शिवकुमार उर्फ ननका, उसका भाई राजकुमार उर्फ हकडू और नीरज कुमार शामिल है। पुलिस के मुताबिक मम्फोर्डगंज निवासी नीरज कुमार एसटीएफ में सिपाही है। नीरज वर्तमान में लखनऊ में तैनात है। पुलिस के मुताबिक सत्यपाल और नीरज के बीच भी जमीन को लेकर विवाद है। वहीं, ननका और शिवकुमार के बीच उस्तापुर महमूदाबाद में जमीन को लेकर विवाद है। ऐसे में सीसीटीवी फुटेज में मौके पर केवल ननका की ही मौजूदगी मिली है। मगर सत्यपाल की पत्नी ने नीरज को भी नामजद किया है। जिस पर अब पुलिस ने उसकी भी भूमिका की जांच शुरू कर दी है। वहीं, ननका की तलाश में उसके घर के अलावा रिश्तेदारियों में पुलिस ने दबिश दी है। घरवाले घर छोड़कर फरार हैं।

सत्यपाल के मर्डर में तीन नामजद आरोपित हैं। ननका फरार है। एक आरोपित नीरज एसटीएफ में सिपाही है। वह लखनऊ में पोस्ट है। जमीन के विवाद को लेकर उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। मुख्य आरोपित अभी पकड़ा नहीं जा सका है। तीन टीम दबिश दे रही हैं।

उपेंद्र प्रताप सिंह, थाना प्रभारी झूंसी