स्ट्राइक कर रहे एंबुलेंस चालक को काम पर लौटने के लिए एक दिन का समय

पुराने कर्मचारियों को सरकारी आवास खाली करने का आदेश, आज शुरू होगी नई भर्ती

102 और 108 एंबुलेंस सेवा गुरुवार को भी बाधित रही। स्वास्थ्य विभाग को तमाम सीएचसी पर खड़ी गाडि़यों को चलवाने के लिए ड्राइवरों की तलाश करनी पड़ी। काफी मशक्कत के बाद राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के ड्राइवरों के जरिए इन एंबुलेंस का संचालन किया गया। इस दौरान तकनीकी स्टाफ वाहनों में मौजूद नही था जिससे मरीज और परिजनों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। उधर, एंबुलेंस के ड्राइवर और तकनीकी स्टाफ को काम पर लौटने के लिए गुरुवार का समय दिया गया था। देर शाम तक यह स्टाफ वापस काम पर नही आया था। स्वास्थ्य विभाग का कहना था कि हमारी संचालक कंपनी जीवीके ईएमआरआई से बात हो रही है। जरूरत पड़ने पर नए ड्राइवर और तकनीकी स्टाफ की भर्ती की जाएगी।

मनमानी वसूली से परेशान

गुरुवार को कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई कि टोल फ्री नंबर पर फोन करने के बावजूद एंबुलेंस नही पहुंची। अन्य लोगों की शिकायत थी कि प्राइवेट एंबुलेंस वालों ने 102, 108 की हड़ताल का देखकर अपना किराया बढ़ा दिया है। जिस दूरी का दो से तीन सौ रुपए लगता है उसके लिए चार से पांच सौ रुपए वसूले जा रहे हैं। इससे गरीब मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

96 ड्राइवर्स की है जरूरत

इस समय प्रयागराज में 108 सेवा की 42 और 102 सेवा की 51 एंबुलेंस मौजूद हैं। इसके अलावा पांच एंबुलेंस एएलएस हैं। विभाग को एंबुलेंस के बेहतर संचालन के लिए 96 ड्राइवर्स और इतने ही तकनीकी स्टाफ की आवश्यकता है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही भर्ती पक्रिया पूरी कर नए सिरे से एंबुलेंस कस संचालन किया जाएगा।

आरबीएसके के ड्राइवर्स को एंबुलेंस में तैनात किया गया था। सभी जगह एंबुलेंस का बेहतर संचालन किया गया है। अगर पुराने कर्मी काम पर नहीं लौटे तो नए सिर से भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

डॉ। अशोक चौरसिया

नोडल एंबुलेंस सेवा स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज