चौराहे से बढ़कर शहर के बड़े हिस्से में फैली आग

आरक्षण की यह आग सोमवार को आयोग चौराहे से बढ़कर शहर के एक बड़े हिस्से में फैल गई। लोक सेवा आयोग चौराहे से जुलूस बनाकर निकले प्रतियोगी छात्रों ने सिविल लाइंस में जमकर तोड़फोड़ की। सरकारी वाहनों, रोडवेज बसों के साथ निजी वाहनों को भी नहीं बख्शा गया। खासकर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा का झंडा लगाए वाहनों और सड़क किनारे लगे होर्डिग्स को निशाना बनाया गया।

सीएमपी डिग्री कॉलेज के पास तोड़फोड़ और आगजनी

सीएमपी डिग्री कॉलेज के पास भी छात्रों ने तोड़फोड़ व आगजनी की। पुलिस ने छात्रों को नियंत्रित करने के लिए कई बार लाठियां भी चलाईं। शाम को लोक सेवा आयोग के सचिव के साथ छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता की। सचिव ने छात्रों को हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्रवाई का भरोसा दिया। लोक सेवा आयोग ने पीसीएस परीक्षा 2011 में आरक्षण के प्रावधानों में परिवर्तन कर दिया था।

नई नीति के अनुसार मुख्य परीक्षा का रिजल्ट

हाल ही में घोषित मुख्य परीक्षा के परिणाम इस नई नीति के अनुसार निकाले गए थे। इसमें आयोग ने पूर्व से चली आ रही साक्षात्कार में आरक्षण लागू करने की व्यवस्था को दरकिनार कर प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा में भी मंडल आयोग के प्रावधानों का लागू कर दिया। छात्र इसके खिलाफ पिछले पांच दिन से आंदोलनरत थे। सोमवार को प्रतियोगी छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन का एलान किया था। इसी क्रम में आयोग चौराहे पर सुबह से ही छात्र जुटना शुरू हो गए थे।

दोपहर तक जमकर नारेबाजी

दोपहर तक यहां जमकर नारेबाजी होती रही। छात्रों को उम्मीद थी कि मामले में दायर याचिका पर हाई कोर्ट स्थगनादेश जारी कर देगा पर ऐसा नहीं हुआ। हाई कोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार से जवाब तलब करते हुए सुनवाई के लिए सोमवार 22 जुलाई की तिथि निर्धारित कर दी। दोपहर करीब 12 बजे छात्रों का हुजूम जुलूस की शक्ल में सिविल लाइंस बाजार की ओर बढ़ चला। रास्ते में जो भी वाहन मिला उसे निशाना बनाया गया।

लालबत्ती तोड़ दी, हूटर तोड़ दिए

लालबत्ती तोड़ दी, हूटर तोड़ दिए, दर्जनों बसों और लग्जरी वाहनों के शीशे तोड़े। उपद्रवियों ने सिविल लाइंस में होटल, मॉल और शोरूम पर भी पथराव किया। छात्रों का हुजूम हाई कोर्ट की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहा था तभी आइजी आलोक शर्मा के नेतृत्व में पुलिस बल ने लाठी भांजकर उन्हें रोका और शांत कराने की कोशिश की। यहां से छात्र वापस आयोग चौराहे की तरफ मुड़ और वहां पुलिस पर पथराव किया।

आईजी ने छात्रों से की बातचीत

अपराह्न करीब तीन बजे आइजी आलोक शर्मा ने छात्रों से बातचीत की और उनकी मांग शासन तक पहुंचाने तथा दो घंटे में कुछ जवाब लेकर आने का वादा कर उनसे शांत रहने की अपील की। शाम करीब पांच बजे एडीएम सिटी दिव्यप्रकाश गिरि, एसपी क्राइम एके पांडेय आदि ने आंदोलनकारियों के प्रतिनिधिमंडल को आयोग के सचिव से मुलाकात करने भेजा। सचिव ने हाई कोर्ट के फैसले के अनुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया।

छात्र नेताओं को जूस पिलाकर कराया अनशन खत्म

इस आश्वासन के बाद अधिकारियों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं को जूस पिलाकर विरोध में चल रहा अनशन समाप्त कराया। छात्र नेताओं ने पूर्व व्यवस्था लागू करने के लिए 22 जुलाई तक का समय लोक सेवा आयोग को दिया है। इसके बाद आयोग के खिलाफ प्रदर्शन और तेज होने की संभावना है।