प्रयागराज ब्यूरो । शांतिभंग के आरोप में जेल भेजे गए छात्रों को रिहा करने की मांग की गई है। इन छात्रों पर सीएए के विरोध का आरोप लगा है। युवा मंच ने सीएम योगी को पत्र भेजकर जेल भेजे गए छात्रों को रिहा करने की मांग की है। युवा मंच का कहना है फर्जी शांति भंग का आरोप अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है।
पिछले दिनों सीएए लागू होने के बाद छात्रों ने छात्र संघ पर विरोध किया था। जिसके बाद 13 मार्च की रात आलोक अंबेडकर और भानु कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जबकि 15 मार्च की रात मनीष कुमार, राहुल सरोज और सोनू यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इन छात्रों पर शांतिभंग का आरोप है। मनीष कुमार आइसा का प्रदेश उपाध्यक्ष है। इस मामले में युवा मंच ने गहरी नाराजगी जताई है। युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने कहा कि छात्रों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। छात्र किसी भी मसले पर विरोध करते हैं तो उन्हें शांतिभंग में आरोपित करके जेल भेज दिया जाता है। कहा कि सरकार की नीतियों का विरोध और आलोचना करना नागरिकों का लोकतांत्रिक हक है। ऐसे में सीएए पर शंाति पूर्ण ढंग से विरोध कराने के बाद भी छात्रों को जेल भेज देना अलोकतांत्रिक है। राजेश सचान ने कहा कि सीएम योगी को पत्र भेजकर पूरे मामले से अवगत कराया गया है। छात्रों की रिहाई की मांग की गई है।