प्रयागराज ब्यूरो । पार्षद सुनीता दरबार को गुरुवार को नगर निगम कार्यकारिणी का निर्विरोध उपाध्यक्ष चुना गया। उनके निर्वाचन के बाद मेयर गणेश केसरवानी समेत तमाम पार्षदों ने उनको बधाई दी। इसके पहले गुरुवार को भाजपा सहित अन्य पार्टियों के पार्षदों ने सुनीता दरबारी के नाम पर अपनी संस्तुति दी थी। हालांकि इस पद के लिए भाजपा पार्षदों में दावेदारी चल रही थी। लेकिन, गुरुवार को दरबारी के चुने जाने के बाद सभी को निराशा हाथ लगी। बताया जा रहा है कि सिविल लाइंस पार्षद अमित सिंह और अलोपीबाग पार्षद उमेश चंद्र मिश्र उपाध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल थे।

बैठक में लग गई थी मुहर

उपाध्यक्ष पद के लिए एक उम्मीदवार रहे इसको लेकर बुधवार को भाजपा कार्यालय में बैठक भी हुई लेकिन बात नहीं बन पाई। गुरुवार को कार्यकारिणी की बैठक के दौरान यह सामने नजर आया। दावेदार अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे और इस दौरान जमकर एक दूसरे की खिचाई ाी की गई। बैठक के दौरान जब उपाध्यक्ष के लिए सुनीता दरबारी का नाम सामने आय तो अन्य दावेदार अचंभित रह गए। सुनीता दरबारी के नाम का प्रस्ताव उमेश चंद्र मिश्र ने किया।

पहले लग चुकी थी मुहर

जानकारी के मुताबिक सुनीता दरबारी के नाम को लेकर पहले ही भाजपा संगठन की ओर से मुहर लगा दी गई थी। सभी पार्षदों ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए सुनीता को उपाध्यक्ष मनोनीत किया। उपाध्यक्ष का सपना न पूरा होने पर दावेदारों ने सांसदों, विधायक और महापौर पर पक्षपात का आरोप लगाया है। इसको लेकर गहमा गहमी का माहौल भी बना रहा। मेयर गणेश केसरवानी ने नव निर्वाचित उपाध्यक्ष को बधाई दिया। कार्यकारिणी में सुमित निषाद,बालराज, शिवसेवक ङ्क्षसह, मयंक यादव, उमेश चंद्र मिश्र, अमित ङ्क्षसह, दीपिका जैसल, शिवकुमार, अजय यादव,सरफराज अहमद,नीरज गुप्ता रहे। किरन जायसवाल और वरुण केसरवानी पर्वेक्षक रहे। फजल खान, कुसुमलता, गुलफिरोज, गुलाब ङ्क्षसह आदि पार्षदों ने उपाध्यक्ष को बधाई दी है।