प्रयागराज ब्यूरो । श्यामजी केसरवानी झूंसी के ईसीपुर मलावां खुर्द गांव निवासी लालचंद्र केसरवानी का बेटा था। वह करीब पांच छह साल से दारागंज गंगा तिराहे के पास सब्जी मण्डी में आलू का व्यापार करता था। यहां उसकी बड़ी दुकान है। आसपास व दारागंज सब्जी मण्डी के भी दुकानदार उससे आलू की खरीदारी किया करते थे। हर रोज दर्जनों बोरा आलू की खपत थी। बताते हैं कि मुण्डेरा मण्डी या कोल्ड स्टोरेज से अपने निजी पिकअप से आलू मंगाया करता था। पिकअप चलाने के लिए वह गांव के ही राज कुमार को ड्राइवर रखे हुए था। रोज की तरह राज कुमार पिकअप में आलू लादकर शनिवार रात करीब तीन बजे दारागंज थाने से थोड़ा आगे गंगा तिराहे पर पहुंचा था। हमेशा की तरह आलू दुकान में रखवाने व बेचने के लिए श्यामजी केसरवानी बाइक से दुकान पहुंचा। पिकअप से आलू उतरवा का दुकान में रखवा रहा था। चालक राजकुमार आलू उतरवाने के लिए पिकअप के पीछे साइड डाला खोलने चला गया।
पिकअप में आगे की सीट पर बैठा था
श्याम बाबू पिकअप में आगे की सीट पर बैठ गया। इसी बीच कंबल ओढ़कर एक युवक पहुंचा और पिकअप में आगे की सीट पर बैठे श्याम बाबू को गोली मार दिया। गोली लगते ही श्याम बाबू पिकअप के अंदर ही तड़पने लगा। डाला से आलू उतरवा रहा चालू पहुंचता इसके पहले कातिल भाग निकला। गोली की आवाज और चालक के शोर को सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। बगल की घटना थी लिहाजा दारागंज पुलिस को भी पहुंचने में देर नहीं लगी। पिकअप चालक द्वारा घटना की जानकारी श्यामजी के परिवार वालों को दी गई। खबर सुनते ही उसके परिवार में कोहराम मच गया। परिजन भागकर मौके पर पहुंचे। तब तक उसकी सांसें चल रही थी। पुलिस और परिवार के उसे लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे। यहां डॉक्टरों मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों द्वारा उसके मौत की खबर सुनते ही परिवार में के लोग चीख पड़े। बात मालूम चली तो पुलिस कमिश्नर, एसपी सिटी, सीओ दारागंज, थाना प्रभारी झूंसी आदि अफसर फोर्स के साथ हॉस्पिटल पहुंच गए। बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज कर सीपी द्वारा जांच के आदेश दिए गए। फोरेंसिक व डॉग स्क्वायड की टीम भी जांच में जुट गई। छानबीन के बाद पुलिस द्वारा बताया गया कि कत्ल की वजह रुपयों के लेनदेन का विवाद बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम बाद बॉडी लेकर परिजन घर पहुंचे तो घटना से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। सभी रोड पर बॉडी को रखकर जाम लगा दिए। नाराज लोग परिवार की आर्थिक मदद और नौकरी की मांग करने लगे। किसी तरह पुलिस अफसरों द्वारा मामले को शांत कराया गया। इसके बाद परिवार के लोग उसकी बॉडी का अंतिम संस्कार किए।
पत्नी व बच्चों समेत पूरे परिवार में मातम
मौत के घाट उतारे गए श्यामजी के परिवार में उसकी एक बेटी खुशी और बेटा समर एवं पत्नी पूनम है। पति के मौत की खबर सुनते ही पूनम दहाड़े मारकर रो पड़ी। श्यामजी के भाई रामजी, गोपालजी, शिवजी के बीच श्यामजी दूसरे नंबर पर था। भाई रामजी की तहरीर पर पुलिस आरोपित बादल बिन्द पुत्र अरुण बिन्द निवासी दारागंज के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित को हिरासत में लेकर पुलिस देर रात पूछताछ में जुटी रही। पुलिस को दी गई गई तहरीर में रामजी ने बताया है कि आरोपित पर भाई श्यामजी के कुछ पैसे बकाया थे। इसी बात को लेकर कुछ दिन पूर्व उससे श्यामजी का विवाद हुआ था। कहा है कि आरोपित बादल को भाई श्यामजी को गोली मारते हुए उसने खुद देखा है। गोली की आवाज सुनकर जब वह दौड़ा आरोपित भाग चुका था.
आरोपित को पकड़कर पूछताछ की जा रही है। मृतक के भाई की तहरीर पर उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि गोली मारने वाला कंबल ओढ़कर पहुंचा था.
- संतोष कुमार मीना, डीसीपी नगर