प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सामने पुलिस और ऊपर से बारिश। मगर हौंसला बरकरार रहा। प्रतियोगी छात्रों का धरना जारी रहा। न पुलिस की चमकती लाठियां और न ही आसमान में कड़कती बिजली छात्रों के जोश को ठंडा कर पाईं। जब बचने का साधन नहीं दिखा तो छात्रों ने बैठने के लिए बिछाई गई पन्नी को ही छत बना लिया। इसके बाद छात्र पन्नी को छाता की तरह तानकर खड़े होकर अपना विरोध जताते रहे। छात्रों का गुस्सा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। आरओ, एआरओ परीक्षा को रद करके रिग्जाम की मांग को लेकर छात्र लगातार सिविल लाइंस धरना स्थल पर जमा हैं। छात्रों का जोश तब और बढ़ गया जब अमिताभ ठाकुर मिलने के लिए पहुंच गए। अमिताभ ठाकुर ने भी रिएग्जाम की मांग का समर्थन किया है।

रात में कमरे पर नहीं लौटे छात्र
आरओ, एआरओ पेपर लीक प्रकरण में छात्रों का अपना स्टैंड बना हुआ है। छात्रों की डिमांड है कि पेपर को कैंसिल करके रिइग्जाम कराया जाए। मगर अभी तक लोक सेवा आयोग और प्रदेश सरकार की तरफ से इसका कोई संदेश नहीं जारी किया गया है। जबकि तीन दिन पहले ही पुलिस भर्ती परीक्षा रद कर दी गई। बकायदा इसकी घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी की। ऐसे में छात्रों को उम्मीद है कि आरओ, एआरओ पेपर भी कैंसिल कर दिया जाएगा। मगर ऐसा हो नहीं रहा है। जिसकी वजह से सिविल लाइंस धरना स्थल पर छात्र लगातार जमा हैं। सोमवार रात को छात्र धरना स्थल पर ही बैठे रहे।

लाठी, बारिश नहीं डिगा सकी मनोबल
सोमवार को बवाल से सबक ले चुकी पुलिस मंगलवार सुबह से ही मुस्तैद रही। पीएसी के जवान भी लगे रहे। सुबह एसीपी श्वेताभ पांडेय, एडीसीपी शिवराम यादव, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर रामआसरे यादव फोर्स के साथ पहुंच गए। एसीपी श्वेताभ पांडेय और एडीसीपी शिवराम यादव ने छात्रों को बुलाकर बातचीत की। छात्रों ने आश्वस्त किया कि कोई हंगामा नहीं होगा। इसके बाद छात्र वापस धरना देने बैठ गए। इस बीच बारिश शुरू हो गई। बूंदाबांदी तेज हुई तो छात्र उठ खड़े हुए। इसके बाद जिस पन्नी पर छात्र बैठे थे उसे सभी ने पकड़कर छाता की तरह तान लिया।

पन्नी तान कर खड़े हो गए छात्र
बारिश तेज होने पर छात्र पन्नी तान कर उसके नीचे खड़े हो गए। इसके बाद भी छात्र रिएग्जाम को लेकर नारेबाजी करते रहे। छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांग मान नहीं ली जाएगी, उनका आंदोलन खत्म नहीं होगा।


पुलिस भर्ती रद तो ये क्यों नहीं
धरना स्थल पर जमा छात्रों का सवाल है कि पुलिस भर्ती रद तो फिर आरओ, एआरओ पेपर रद क्यों नहीं किया जा रहा। इस पर पुलिस अफसरों ने छात्रों को कोई जवाब नहीं दिया। छात्रों का कहना है कि जांच और आंदोलन में समय बर्बाद हो रहा है। इससे अच्छा है कि प्रदेश सरकार परीक्षा निरस्त करके दोबारा परीक्षा कराने की घोषणा करे।

पुलिस छावनी बना रहा आयोग
सोमवार को हंगामे से सबक ले चुकी पुलिस सुबह से ही लोकसेवा आयोग गेट पर जमा रहा। लोकसेवा आयोग चौराहा से सिविल लाइंस जाने वाली रोड को पुलिस ने पूरी तरह से ब्लाक कर दिया। यह रोड ब्लाक छात्रों के लिए किया गया, मगर इससे आम शहरी भी परेशान हुए। शहरियों को रोड बदलकर सिविल लाइंस पहुंचना पड़ा।

आंदोलन को लेकर नहीं आया संदेश
आंदोलन को लेकर प्रतियोगी छात्र देरशाम तक प्रदेश सरकार के संदेश का इंतजार करते रहे। मगर परीक्षा या फिर आंदोलन को लेकर कोई संदेश छात्रों को नहीं मिला। तमाम छात्र दिन में कई बार एक्स हैंडिल चेक करते रहे। ताकि उन्हें पता चल सके कि सीएम योगी ने कहीं कोई निर्णय तो नहीं जारी किया है, मगर ऐसा नहीं हुआ।

हर घंटे जा रहा शासन को रिपोर्ट
सोमवार को छात्रों के हंगामे के बाद से हर घंटे आंदोलन की रिपोर्ट शासन को सीधे भेजी जा रही है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर एलआईयू की टीम लगी हुई है। जोकि वीडियो, छात्रों की फोटो और रिपोर्ट हर घंटे शासन को भेज रही है।

माहौल बिगाडऩे वाले छात्रों पर नजर
सोमवार को हंगामे के बाद से माहौल बिगाडऩे वाले अराजकतत्वों पर नजर रखनी शुरू कर दी गई है। इसके लिए पुलिस को एक्टिव किया गया है। साथ ही एलआईयू की टीम भी लगाई गई है। जोकि हंगामा करने वाले अराजकतत्वों की रिपोर्ट बना रही है। अगर अब दोबारा हंगामा होता है तो ऐसे अराजकतत्वों के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस केस दर्ज करेगी।

अमिताभ ठाकुर ने की मुलाकात
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर करीब साढ़े ग्यारह बजे धरना स्थल पर पहुंचे। अमिताभ ठाकुर ने छात्रों से मुलाकात की। छात्रों की डिमांड का समर्थन किया। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि छात्रों की मांग जायज है। पेपर लीक प्रकरण के बाद छात्रों को आरओ, एआरओ परीक्षा से विश्वास खत्म हो गया है। इसलिए नए सिरे से परीक्षा होनी चाहिए। पेपर लीक के आरोपितों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

छात्र शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात कह रहे हैं। उनकी मांग जायज है। जब पुलिस भर्ती परीक्षा रद की जा सकती है तो फिर आरओ, एआरओ पेपर रद क्यों नहीं किया जा रहा है। इस सवाल का जवाब आयोग और प्रदेश सरकार को देना चाहिए। वरना छात्रों की रिइग्जाम की बात मान लेनी चाहिए।
अमिताभ ठाकुर

छात्रों अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करें। कानून व्यवस्था न बिगाड़ें। छात्रों का मामला स्थानीय जिला प्रशासन और शासन के संज्ञान में है। छात्रों को बताया गया है कि कानून तोडऩे पर केस दर्ज कर दिया जाएगा। इसके लिए छात्र खुद जिम्मेदार होंगे।
श्वेताभ पांडेय, एसीपी सिविल लाइंस

छात्र हंगामा न करें। आम शहरियों को परेशान न करें। वह अपना धरना शांतिपूर्ण ढंग से करें। पुलिस को कोई आपत्ति नहीं है। अगर कानून व्यवस्था तोड़ा जाएगा तो पुलिस वैधानिक कार्रवाई करेगी।
शिवराम यादव, एडीसीपी ट्रैफिक

युवा मंच ने भेजा राष्ट्रपति को ईमेल
युवा मंच के संयोजक राजेश सचान ने राष्ट्रपति को ई मेल से आरओ, एआरओ आंदोलन की जानकारी दी है। धरनास्थल पर जारी आंदोलन को लेकर भेजे गए ई मेल में राजेश सचान ने परीक्षा से लेकर अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा लिखा है। बेरोजगारी को लेकर छात्रों का धरना जारी है।