प्रयागराज (ब्यूरो)। यूपी और बिहार में इस सप्ताह रिजल्ट को लेकर हुए बवाल के बाद शुक्रवार को आरआरबी व रेलवे अधिकारियों ने अभ्यर्थियों की नाराजगी दूर करने के लिए अनूठी पहल की शुरुआत की। अभ्यर्थियों की शिकायत और सुझाव के लिए कोरल क्लब में कैंप लगाया। उनकी समस्याओं को सुना गया। उन्हें मौके पर भी समझाने की कोशिश की गई। पहले दिन में सुबह ग्यारह बजे से शाम पांच बजे तक में महज तीन अभ्यर्थियों ने ही ऑफलाइन अपनी शिकायत लिखित में दी। वही ऑनलाइन आरआरबी इलाहाबाद की वेबसाइट पर गूगल लिंक के माध्यम से 910 और ईमेल पर 156 अभ्यर्थियों ने सुझाव व शिकायत दर्ज कराया।

योगेश रहा पहला शिकायतकर्ता
शुक्रवार को पहले दिन दोपहर पौने एक बजे पहले अभ्यर्थी जगतपुर निवासी योगेश यादव कैंप में पहुंचे। उन्होंने गड़बड़ी को लेकर शिकायत दी। योगेश से रेलवे अधिकारियों ने लिखित प्रार्थना पत्र लिया। इसके बाद शाम तक दो और छात्रों ने शिकायत दर्ज कराई। कैंप न पहुंचकर छात्रों ने ज्यादा से ज्यादा संख्या में ऑनलाइन शिकायत भेजी। ऑनलाइन आरआरबी इलाहाबाद की वेबसाइट पर गूगल लिंक के माध्यम से 910 छात्रों ने अपनी शिकायत और सुझाव दिए। वहीं रेलवे के ई मेल के जरिए 156 लोगों ने परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कई बिंदुओं पर प्रार्थना पत्र दिया। गूगल लिंक और ईमेल के यह आंकड़े प्रयागराज, आगरा और झांसी डिवीजन के शामिल हैं। आरआरबी और रेलवे अधिकारियों ने समझा था कि कोरल क्बल के कैंप में बड़ी संख्या में छात्र जमा होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं अधिकारी इसके पीछे कोविड का असर मान रहे हैं।

बीस दिनों तक लगेगा कैंप
आरआरबी का यह शिविर 28 जनवरी से शुरू होकर 16 फरवरी तक चलेगा। पहले दिन कैंप पहुंचे योगेश यादव ने कहा कि परीक्षा में कुछ गड़बडिय़ां हुई हैं। उनका कहना था कि जो तरीका सीबीटी वन में होना चाहिए था वह सीबीटी टू में लागू किया गया। नोटिफिकेशन को लेकर भी कुछ गड़बड़ी हुई है। कैंप में एनसीआर के सीपीआरओ डा। शिवम शर्मा, आरआरबी के अधिकारी सुनील गुप्ता समेत अन्य अफसर मौजूद रहे।

पहले दिन कैंप में कम छात्र पहुंचे लेकिन ऑनलाइन के माध्यम से बड़ी संख्या में प्रार्थना पत्र आए हैं। इन शिकायतों के समाधान के लिए रेलवे बोर्ड की कमेटी को भेजा जाएगा। यह डाटा रोजाना संकलित कर भेजा जाएगा।
डा। शिवम शर्मा
सीपीआरओ