प्रयागराज (ब्यूरो)। कारोबारी विनोद केसरवानी के परिवार को न जाने किसकी नजर लग गई। शनिवार सुबह तक सब कुछ ठीक ठाक था। मगर न जाने ऐसा क्या हो गया कि तिनका तिनका जोड़कर खड़ा किया कारोबार देखते ही देखते बर्बाद हो गया। इधर आग बुझाई जा रही थी, उधर खबर आई की विनोद की मौत हो गई। एक साथ दोहरा झटका लगने से अजय और अनूप बदहवास हो गए। अभी दुकान में लगी आग पूरी तरह बुझी भी नहीं थी कि विनोद के अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी। अजय दुकान पर थे तो छोटा भाई अनूप पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी में लग गया। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गए। मगर परिवार के लोग पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हुए। तीन बजे विनोद का शव दारागंज घाट पर पहुंच गया। छोटे बेटे अनूप ने विनोद के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की जबकि बड़ा बेटा अजय घर पर आग बुझवाने मेंं लगा रहा। अजय ने बताया कि दीपावली के त्योहार और शादी के सीजन के लिए पूरी तैयारी की गई थी। करीब सवा करोड़ रुपये का माल घर में रखा था। पास में ही गोदाम बना रखा है। वहां भी माल उतर रहा था। मगर आग की घटना से सब कुछ बर्बाद हो गया।
9 बजे सुबह लगी दुकान में आग।
9.30 बजे फायर बिग्रेड ने बुझाना शुरू की आग
3 मंजिला मकान भर गया धुएं से।
5 घंटा लगा गया आग बुझाने में।
2 थानों की फोर्स रही मौजूद।
12 दमकल पानी लगा आग बुझाने में।
1 करोड़ 25 लाख का माल हो गया नष्ट।
आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को बहुत मशक्कत करनी पड़ी। दोना पत्तल कागज थे मगर दोना पत्तल पॉलीथिन में पैक थे। जिसकी वजह से आग को काबू करने में समय लगा। घटना की वजह शार्ट सर्किट है। कारोबारी से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आरके पांडेय, सीएफओ फायर ब्रिगेड