प्रयागराज (ब्‍यूरो)। युवा विद्यार्थी हिंदी को अपना अभिमान, पहचान और स्वाभिमान मानता है। हर किसी की जुबान पर एक ही वाक्य है कि हमें अपनी मातृभाषा को पूरे विश्व में सम्मान दिलाना है। इसके लिए जरूरी है कि हम सब अपनी मातृभाषा को अधिक से अधिक प्रयोग में लाएं। युवाओं की यह बात इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज में क्रिएटिव मीडिया क्लब के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर आयोजित विद्यार्थियों के कवि सम्मेलन में सामने आई।

केंद्र के लेक्चर हॉल में आयोजित इस कवि सम्मेलन में बीए, बीवोक और एम वोक मीडिया स्टडीज के देवेश पांडे, रूचित पाठक, सौराष्ट्र मिश्रा, अनमोल सिंह, शुभी द्विवेदी, अभिषेक राज ने हिस्सा लिया। अध्यक्षता छात्रा सोनाली सिंह ने की। छात्रों ने कविता के विषयों में मातृभाषा के साथ साथ पिता के नाम बेटी की चि_ी, हिम्मत की उड़ान, आरक्षण की जरूरत जैसे सामाजित सरोकार से जुड़े विषयों को शामिल किया। कोर्स कोआर्डिनेटर डॉ धनंजय चोपड़ा ने कहा कि मातृभाषा के शब्दों को सहेजनी और उन्हें लगातार प्रयोग में लाने की जरूरत है। टेक्नोलॉजी के प्रभाव में हम अपने शब्दों से दूर होते चले गए हैं। केंद्र के शिक्षकगण एसके यादव, विद्या सागर मिश्रा, सचिन मेहरोत्रा, प्रियंका मिश्रा और ऋतु माथुर सहित छात्र मौजूद रहे।