फ्लैग--टोटा : जंग खाए उपकरणों से कैसे संभले ट्रैफिक

- आई स्पेशल

- बजट का रोना, पुराने हो चले यातायात उपकरण की हो रही रिपेयरिंग

- एनजीओ और प्राइवेट संस्थानों से मदद की लगाई गुहार

ALLAHABAD: शहर में अनियंत्रित हो रहे ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने के दबाव के बीच ट्रैफिक पुलिस ने कुंद हो चुके हथियार पर धार लगाना शुरू कर दिया है। बजट के अभाव में अत्याधुनिक उपकरणों की कमी बता रहे ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी फजीहत से बचने के लिए पुराने उपकरणों की मरम्मत करा रहे है।

साइन बोर्ड, ट्रैफिक बैरियर, बोर्ड, कोलार्ड आदि की मरम्मत के बाद इन्हें शहर के विभिन्न रोड और चौराहे पर लगाने की योजना है।

आए दिन हो रही किरकिरी

स्मार्ट सिटी बनने की ओर बढ़ रहे शहर की खराब यातायात व्यवस्था आए दिन संबंधित अधिकारियों की किरकिरी करा रही है। इसकी वजह यह कि शहर में हर प्रमुख चौराहे पर जाम की स्थिति बनी रहती है। हाईकोर्ट, तेलियरगंज व नैनी-झूंसी से शहर की ओर इंट्री प्वाइंट पर दिनभर वाहन चालकों को जाम से जूझना पड़ता है। इससे ट्रैफिक डिपार्टमेंट के अधिकारियों को काफी कुछ सुनना पड़ रहा है।

यहां लगता है जाम

- हाईकोर्ट, पानी टंकी

- तेलियरगंज

- बैरहना

- गऊघाट पुल

- जानसेनगंज

- धोबीघाट

- खुल्दाबाद

जाम की वजह

- दिन प्रतिदिन बढ़ा रहा ट्रैफिक लोड

- सड़कों का चौड़ीकरण न होना

- क्राउड कंट्रोल में मिसमैनेजमेंट

- यातायात पुलिस की कमी

- यातायात उपकरण का अभाव

एनजीओ से लेंगे मदद

बजट की कमी से जूझ रही ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के लिए एनजीओ और शहर के विभिन्न प्राइवेट संस्थानों से मदद मांगी है। संस्थान इसमें सहयोग करते हैं तो कुछ हद तक ट्रैफिक पुलिस का पेन कम हो जाएगा।

- इस साल विभाग को फंड न मिलने की वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है। इसके बावजूद डिपार्टमेंट खुद से जो भी पुराने बैरियर, साइन बोर्ड, कोलार्ड इत्यादि की रिपेयरिंग कराकर उसे विभिन्न चौराहों पर लगाएगा।

-नरेश सिंह, टीआई