काफूर हो गई खुशी

भारतगंज के रहने वाले नूर आलम की वाइफ गुडिय़ा को लेबर पेन होने की वजह से उसे मॉर्निंग में रामबाग के एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। डिलीवरी के दौरान जब उसे बच्चे को जन्म दिया तो वहां मौजूद डॉक्टरों के होश उड़ गए। बच्चे के सिर, गर्दन और हाथ तो अलग-अलग थे लेकिन बाकी ढांचा एक था। इसकी जानकारी जैसे पैरेंट्स को मिली तो उनके होश उड़ गए। क्योंकि, उनके हाथ में बच्चे के नाम पर एक अजूबा रख दिया गया था। बॉडी स्ट्रक्चर से चंद मिनट के भीतर हॉस्पिटल में इसकी चर्चा फैल गई और देखने वाले पहुंचने लगे। हर कोई कुदरत का यह करिश्मा देखकर हैरान था।

मुश्किल है दोनों की जिंदगी बचाना

सर्जरी को अंजाम देने वाले डॉक्टर आरके अग्रवाल ने बताया कि दोनों बच्चों का पेट एक होने की वजह से केस काफी क्रिटिकल हो चुका है। इसलिए इनका सर्वाइवल भी काफी मुश्किल है। मेजर सर्जरी के जरिए इनमें से किसी एक की जान बचाई जा सकती है। जबकि दूसरे को सेक्रिफाइज करना होगा। सर्जरी के पहले ये पता लगाया जाएगा कि दोनों में किस बच्चे से पेट की आंतें अधिक जुड़ी हैं। सर्जरी को अंजाम देने वाली टीम में डॉ। राजकिशोर अग्रवाल, डॉ। मंजू अग्रवाल, डॉ। केके सिंह, डॉ। एम गुप्ता, हरिओम व अल्का शामिल रहे।