पांच-पांच हजार के इनामी बने दोनों भाई

-SSP ने झूंसी केस में वांटेड दोनों भाइयों पर घोषित किया इनाम
-बमबाजी और गोलीबारी में अब तक दो की हो चुकी है मौत 

allahabad@inext.co.in
ALLAHABAD: झूंसी पुलिस के लिए चैलेंज बना हिस्ट्रीशीटर छुट्टन गिरि की अरेस्टिंग न होने के बाद अब एसएसपी ने उसकी अरेस्टिंग के लिए इनाम घोषित कर दिया है। छुट्टन और उसके भाई बबलू पर पांच-पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। दोनों की अरेस्टिंग के लिए पुलिस की कई टीमें लगी हैं। लेकिन अभी तक दोनों बदमाशों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.

अब तक दो मर्डर
झूंसी में हुए बवाल के बाद छुट्टन गिरि और उसके भाई बबलू की तलाश में पुलिस जुटी है। वैसे इस बवाल और मर्डर में पांच लोगों को नामजद किया गया है लेकिन मुख्य आरोपी यही दोनों भाई हैं। दोनों भाइयों के हमले में अब तक दो युवकों की मौत हो चुकी है। पहले ही दिन शंभू की मौत हो गई और वेडनसडे को ट्रीटमेंट के दौरान हरिश्चन्द्र की सांसें थम गई। अभी भी राजीव और राजू स्वरूपरानी हॉस्पिटल में मौत से लड़ रहे हैं. 

मध्य प्रदेश में तलाश
हिस्ट्रीशीटर छुट्टन को अरेस्ट करना पुलिस के लिए इसलिए भी चैलेंज बना हुआ है क्योंकि उसे कुछ सफेदपोश सपोर्ट कर रहे हैं। झूंसी पुलिस के अलावा छुट्टन की तलाश में क्राइम ब्रांच भी लगी है। अभी तक पुलिस के पास कोई ठोस जानकारी नहीं है। लेकिन यह चर्चा है कि दोनों भाई मध्य प्रदेश भाग निकले हैं। वहां पर उनका एक रिलेटिव है जो जरायम की दुनिया का बादशाह है.उसी ने उसे शरण दिया है.पुलिस पुष्टि होते ही वहां पर दबिश देने की तैयारी में जुटी है. 

प्रेशर बनाना चाह रही है पुलिस
पुलिस ने दोनों बदमाशों पर इनाम इसलिए भी घोषित किया गया है ताकि बदमाशों पर मनोवैज्ञानिक दबाव पड़े। वह डर कर खुद ही पुलिस को सरेंडर कर दें। छुट्टन शातिर अपराधी है। उसे पता है कि यही सीधे वह पुलिस के हत्थे चढ़ेगा तो उसको अपने किए का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में हो सकता है कि वह डर कर खुद को कोर्ट में ही सरेंडर कर दे. 

-SSP ने झूंसी केस में वांटेड दोनों भाइयों पर घोषित किया इनाम

-बमबाजी और गोलीबारी में अब तक दो की हो चुकी है मौत 

अब तक दो मर्डर

झूंसी में हुए बवाल के बाद छुट्टन गिरि और उसके भाई बबलू की तलाश में पुलिस जुटी है। वैसे इस बवाल और मर्डर में पांच लोगों को नामजद किया गया है लेकिन मुख्य आरोपी यही दोनों भाई हैं। दोनों भाइयों के हमले में अब तक दो युवकों की मौत हो चुकी है। पहले ही दिन शंभू की मौत हो गई और वेडनसडे को ट्रीटमेंट के दौरान हरिश्चन्द्र की सांसें थम गई। अभी भी राजीव और राजू स्वरूपरानी हॉस्पिटल में मौत से लड़ रहे हैं. 

मध्य प्रदेश में तलाश

हिस्ट्रीशीटर छुट्टन को अरेस्ट करना पुलिस के लिए इसलिए भी चैलेंज बना हुआ है क्योंकि उसे कुछ सफेदपोश सपोर्ट कर रहे हैं। झूंसी पुलिस के अलावा छुट्टन की तलाश में क्राइम ब्रांच भी लगी है। अभी तक पुलिस के पास कोई ठोस जानकारी नहीं है। लेकिन यह चर्चा है कि दोनों भाई मध्य प्रदेश भाग निकले हैं। वहां पर उनका एक रिलेटिव है जो जरायम की दुनिया का बादशाह है.उसी ने उसे शरण दिया है.पुलिस पुष्टि होते ही वहां पर दबिश देने की तैयारी में जुटी है. 

प्रेशर बनाना चाह रही है पुलिस

पुलिस ने दोनों बदमाशों पर इनाम इसलिए भी घोषित किया गया है ताकि बदमाशों पर मनोवैज्ञानिक दबाव पड़े। वह डर कर खुद ही पुलिस को सरेंडर कर दें। छुट्टन शातिर अपराधी है। उसे पता है कि यही सीधे वह पुलिस के हत्थे चढ़ेगा तो उसको अपने किए का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में हो सकता है कि वह डर कर खुद को कोर्ट में ही सरेंडर कर दे.