-श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल में पीटीएम के दौरान टर्म व एनुअल फीस जमा करने को लेकर पैरेंट्स का फूटा गुस्सा

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PRAYAGRAJ: श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल में संडे को फीस जमा करने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पीटीएम के लिए पहुंचे पैरेंट्स से जब बच्चों की टर्म व एनुअल फीस जमा करने की बात कही गई तो कुछ पैरेंट्स का गुस्सा फूट पड़ा। स्कूल की ओर से पैरेंट्स को दोनों फीस जमा करने के लिए 25 मार्च तक का समय दिया गया। जिसको लेकर पैरेंट्स विरोध करने लगे। पैरेंट्स का कहना था कि स्कूल की ओर से दिया गया समय कम है। साथ ही जब पूरे साल आफलाइन क्लासेस नहीं चली, तो इस प्रकार के वार्षिक शुल्क व टर्म फीस का कोई लेना उचित नहीं है।

मंडे से शुरू हो रही परीक्षाएं

एसएमपीपीएस में संडे को स्कूल की ओर से पीटीएम का आयोजन किया गया था। जहां सुबह ही पैरेंट्स के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। घटना को लेकर पीटीएम में पहुंचे विभूति नारायण पांडेय ने बताया कि पीटीएम में ही पैरेंट्स को फीस जमा करने की हिदायत दी गई। पैरेंट्स स्कूल की ओर से कहा गया कि अगर फीस नहीं जमा होती है, तो मंडे से शुरू हो रही परीक्षाओं में बच्चों को नहीं बैठने दिया जाएगा। इतना ही नहीं कुछ बच्चों के एडमिट कार्ड को भी रोक दिया गया। वहीं कुछ पैरेंट्स ने ऑफलाइन परीक्षा कराने की मांग की। पैरेंट्स का कहना था कि जब कोरोना महामारी फिर से फैल रही है, तो बच्चों की सुरक्षा के लिए ऑफ लाइन परीक्षा का आयोजन होना चाहिए।

बवाल पर पहुंची पुलिस फोर्स

स्कूल में पैरेंट्स को स्कूल स्टाफ के बीच देखते ही देखते विवाद बढ़ने लगा। बात हाथापाई तक पहुंच गई। जिसके बाद स्कूल ने थाने को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस ने किसी प्रकार पैरेंट्स को शांत कराकर मामला खत्म कराया।

फीस माफी का नहीं है कोई आदेश

संडे को स्कूल में हुए हंगामा के बाद प्रिंसिपल रविंदर बिरदी ने कहा कि शासन की ओर से फीस माफी को लेकर कोई आदेश नहीं हुआ। पैरेंट्स को पहले एक जनवरी तक फीस जमा करने का समय दिया गया था। अब भी 25 मार्च तक का समय है। हालांकि बच्चों को परीक्षा में शामिल होने से नहीं रोका जा रहा हे। स्कूल की एनुअल फीस 5000 है। जिसमें भी 1500 की कटौती की गई है। पैरेंट्स को 3500 रुपये ही देना है। सीसीटीवी फुटेज देखने से अनुमान लगाया जा रहा है कि उपद्रव करने वाले बाहरी लोग हैं। हमारे अभिभावकों ने कोरोना काल में पूरा सहयोग किया।