- कम्बाइंड लोअर सबआर्डिनेट 2013 का गलत जारी किया था कट ऑफ

ALLAHABAD: परीक्षा में ठीक ढंग से सवाल नहीं पूछ पा रहे। उत्तर भी गलत तैयार कर देते हैं। छात्र आपत्ति करते हैं तो एक ही सवाल के दो-दो जवाब बता देते हैं। इस तरह के रवैये पर कोर्ट की कड़ी फटकार भी खाते हैं। कभी रिजल्ट बदलते हैं तो कभी मारे खिसियाहट के सुप्रीम कोर्ट तक की दौड़ लगाते हैं। यह हाल है उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) का, जहां कुछ भी ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा। अब आयोग में नई परिपाटी भी जन्म लेती नजर आ रही है। आयोग ठीक ढंग से परीक्षा की कट ऑफ मेरिट भी जारी नहीं कर पा रहा है।

25 मई को जारी किया था शुद्धि पत्र

मामला कम्बाइंड लोअर सबआर्डिनेट 2013 परीक्षा से जुड़ा है। जिसकी कट ऑफ मेरिट ही आयोग ने गलत जारी कर दी है। बता दें कि इस परीक्षा के परिणाम से परीक्षार्थी संतुष्ट नहीं थे। उनका कहना था कि इस परीक्षा में व्यापक स्तर पर धांधली की गई है। परीक्षार्थियों ने परीक्षा के चयन से संबंधित कट ऑफ मेरिट की मांग की तो आयोग ने लंबा समय बीत जाने के बाद कट ऑफ मेरिट जारी की। कट ऑफ मेरिट को लेकर खूब हंगामा भी मचा। जिसके बाद आयोग की ओर से विगत 25 मई को एक शुद्धि पत्र जारी किया गया। इसमें बताया कि लिपिकीय त्रुटिवश कुछ कैटेगरी के कट ऑफ गलत जारी कर दिए गए हैं।

पास हैं या फेल इसी से पता चलता है

आयोग की इस भूल पर प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय कहते हैं कि कट ऑफ ही गलत जारी कर देना कोई माइनर मिस्टेक नहीं है। क्योंकि इसी से परीक्षार्थी अपनी सफलता और असफलता का अनुमान लगाता है। उनका कहना है कि अव्वल तो आयोग कट ऑफ जारी करने में ही आनाकानी करता है। छात्र मांग करते हैं तो वह अनमने ढंग से देर सबेर इसे जारी कर देता है। ऐसे में यह भूल क्षम्य नहीं है। इससे पहले भी कई परीक्षा के परिणाम में इस तरह की भूल की जा चुकी है। कहा कि आयोग की गलतियों का पूरा पुलिंदा तैयार हो चुका है। आयोग की सफाई का एक ही हल है सीबीआई जांच। इसकी मांग हम देश में सर्वोच्च पदों पर आसीन माननीयों से लंबे समय से करते चले आ रहे हैं।

25 मई को आयोग से जारी शुद्धि पत्र में यह कहा गया

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-पूर्ती निरीक्षक पद का भू.पू.सै। का न्यूनतम कट ऑफ अंक 273 के स्थान पर 269 पढ़ा जाए।

- सहकारी निरीक्षक वर्ग-2/सहायक विकास अधिकारी (सहकारी समितियां) का विकलांग श्रेणी का न्यूनतम कट ऑफ 266 के स्थान पर 263 है।

- जबकि महिला श्रेणी का न्यूनतम कट ऑफ 274 के स्थान पर 275 पढ़ा जाए।

- हाट निरीक्षक विकलांग श्रेणी का कट ऑफ 284 के स्थान पर 280 पढ़ा जाए।

- बाल विकास परियोजना अधिकारी का विकलांग श्रेणी का न्यूनतम कट ऑफ 278 के स्थान पर 275 पढ़ा जाए।

- उद्यान निरीक्षक पद का महिला श्रेणी पद का न्यूनतम कट ऑफ 278 के स्थान पर 283 पढ़ा जाए।