प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सैकड़ों छात्र और बेहद शांति। मगर अचानक आवाज बुलंद होती है रिएग्जाम, रिइग्जाम, रिएग्जाम। सरकार को करना होगा एक ही काम, रिएग्जाम, रिएग्जाम, रिएग्जाम। ये नारा बुधवार को रह रह कर बुलंद होता रहा। छात्रों के धरने को 60 घंटे हो गए। इन 60 घंटों में पुलिस की लाठी चमकी तो आसमान में बिजलियां। बारिश भी हुई। मगर सवाल जिंदगी का है। ऐसे में प्रतियोगी छात्र बगैर रिइग्जाम का फैसला सुने धरना स्थल से उठने को तैयार नहीं हैं। छात्रों की मांग है कि आरओ, एआरओ पेपर रद किया जाए। आरओ, एआरओ का रिइग्जाम कराया जाए। मगर अभी तक प्रदेश सरकार या फिर लोक सेवा आयोग की तरफ से छात्रों की मांग को लेकर कोई संदेश जारी नहीं किया गया है। इसके बाद भी छात्रों का हौंसला बरकरार है। छात्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार को रिइग्जाम का फैसला लेना ही होगा।

तीन दिन से जमा हैं छात्र
आरओ, एआरओ पेपर लीक प्रकरण का मुद्दा लेकर सैकड़ों छात्र सोमवार से सिविल लाइंस धरना स्थल पर जमा हैं। छात्रों का कहना है कि पेपर लीक हुआ है। जब इसकी जांच कराई जा रही है तो फिर पुलिस भर्ती परीक्षा की तरह आरओ, एआरओ पेपर रद क्यों नहीं कर दिया जा रहा है। पेपर को नए सिरे से कराने की घोषणा क्यों नहीं की जा रही है। मगर छात्रों के इन सवालों के जवाब में बुधवार शाम तक कोई भी आधिकारिक बयान न तो प्रदेश सरकार की ओर से जारी किया गया और न ही लोक सेवा आयोग की तरफ से। इसके बावजदू छात्रों का जमावड़ा धरना स्थल पर लगा हुआ है। 11 फरवरी को हुई परीक्षा के बाद पेपर लीक प्रकरण को लेकर कई बार छात्र सड़क पर उतर चुके हैं। मगर इस बार तीन दिन से लगातार छात्र अपनी डिमांड को लेकर धरना स्थल पर जमा हैं।

तैनात रही पुलिस, पीएसी
सिविल लाइंस धरना स्थल पर छात्रों का अनशन शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। मगर इसके बावजूद सुरक्षा के मद्देनजर धरना स्थल पर पीएसी और कई थानों की फोर्स तैनात रही। एसीपी श्वेताभ पांडेय कई थानेदारों के साथ दिन में कई घंटे तक धरना स्थल पुलिस चौकी में बैठे रहे। हालांकि पुलिस अफसरों और छात्रों के बीच अनशन समाप्त करने को लेकर कोई वार्ता नहीं हुई।

युवा मंच ने जताई हैरानी
आरओ, एआरओ पेपर के रिएग्जाम की डिमांड को अभी तक प्रदेश सरकार की ओर से कोई पहल नहीं किए जाने पर युवा मंच ने हैरानी जताई है। युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि आखिर क्या कारण है कि पेपर को रद नहीं किया जा रहा है। जांच के नाम पर प्रतियोगी छात्रों को केवल मीठी गोली दी जा रही है। आयोग के कई प्रकरण आज तक जांच में ही चल रहे हैं। कहीं आरओ, एआरओ पेपर लीक प्रकरण का भी यही हाल न हो।

छात्र नेताओं को पांच दिन बाद छोड़ा
पेपर लीक प्रकरण में समाजवादी छात्र सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय सम्राट और आदर्श भदौरिया को का आरोप है कि उन्हें पांच दिन बाद पुलिस ने छोड़ा है। अजय सम्राट ने बताया कि पांच दिन तक उन्हें पुलिस हिरासत में रखा गया। उन्हें मानसिक प्रताडऩा दी गई।

अराजकतत्वों पर रखी जा रही नजर
आरओ, एआरओ पेपर के रिइग्जाम की डिमांड को लेकर धरना दे रहे छात्रों के बीच अराजकतत्वों पर नजर रखी जा रही है। लोकल इंटेलिजेंस टीम चौबीस घंटा लगी हुई है। धरना की रिपोर्ट हर घंटे शासन को भेजी जा रही है।

आयोग गेट पर तैनात रही पुलिस
बुधवार को लोकसेवा आयोग गेट पर पुलिस तैनात रही। मंगलवार को आयोग के सामने रोड पुलिस छावनी में तब्दील थी। मगर छात्रों के शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन की वजह से बुधवार को केवल आयोग गेट पर ही पुलिस कर्मी तैनात रहे। आयोग के सामने रोड को ब्लॉक नहीं किया गया। जिससे शहरियों को आवागमन में राहत रही।

सिविल लाइंस धरना स्थल पर बुधवार को भी छात्रों ने अनशन किया। छात्रों की डिमांड की जानकारी हाई लेवल पर है। रिइग्जाम का फैसला सरकार या लोकसेवा आयोग को लेकर है। छात्रों से अपील की गई है कि धरना शांतिपूर्ण ढंग से किया जाए। अराजकता होने पर पुलिस सख्ती से पेश आएगी।
श्वेताभ पांडेय एसीपी सिविल लाइंस