- एक अक्टूबर को काली पट्टी बांधकर काम करने की हो रही अपील

- आईजी लॉ एंड आर्डर ने लेटर भेजकर अलर्ट रहने को कहा

ALLAHABAD: सूबे का पुलिस महकमा एक वाट्सएप मैसेज से हिला हुआ है। मुजफ्फरनगर से जारी किया गया मैसेज सिपाहियों, दरोगाओं के पास पहुंच रहा है जिसमें एक अक्टूबर को बांह पर काली पट्टी बांधकर काम करने की अपील की जा रही है। मैसेज खुद को मुजफ्फरनगर राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद के जिलाध्यक्ष अपेक्षित त्यागी के नाम से जारी किया गया है। हालांकि अपेक्षित त्यागी कौन है और कहां रहता है, इसका पता पुलिस को नहीं चल सका है। इस मैसेज के फारवर्ड करने की जानकारी मिलने के बाद आईजी लॉ एंड आर्डर ए सतीश गणेश ने जिले के पुलिस कप्तानों को अलर्ट रहने को कहा है। यह सुनिश्चित करने को कहा है कि किसी भी स्थिति में काली पट्टी बांधने की घटना न होने पाए।

उत्तराखंड की घटना से लिया सबक

आईजी ने लिखा है कि सोशल साइट्स का सहारा पुलिस महकमे में माहौल खराब करने के लिए किया जा रहा है। इस तरह के मैसेज फारवर्ड किए जाने से माहौल के बिगड़ने की आशंका बनी रहेगी। अतिरिक्त सतर्कता उत्तराखंड की घटना को देखते हुए बरती जा रही है। उत्तराखंड में भी इस तरह से पुलिस वालों को मोबलाइज किया गया था। नतीजा हुआ था कि पुलिस वालों ने एक दिन बांह पर काली पट्टी बांधकर काम किया गया था। वहां पर पम्फ्लेट भी बांटे गए थे। आईजी ने चेताया है कि इस तरह के स्वयंभू संगठनों से सतर्क रहें। पुलिस कर्मियों को आंदोलित करने की हर हरकत को रोका जाए।

यह है मैसेज

उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी भाइयों को मेरा नमस्कार। मैं अपेक्षित त्यागी जिलाध्यक्ष, मुजफ्फरनगर राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद। सभी भाइयों से निवेदन करता हूं कि एक अक्टूबर को वेतन विसंगति व अवकाश न होने पर विरोध दर्शाने हेतु हाथ पर काली पट्टी बांधकर ड्यूटी करें और एक अक्टूबर तक यह संदेश फारवर्ड करते रहें। क्योंकि जितनी अधिक संख्या संख्या होगी, उतना ही दबाव सरकार पर पड़ेगा। कुछ दिन का अंतराल इसलिए रखा गया है ताकि सभी भाई इसे गंभीरता से लें। यह न सोचें कि यदि मैनें नहीं किया तो क्या फर्क पड़ेगा। हर एक व्यक्ति जरूरी है। अब दिखा ही दें सरकार को पुलिस की एकता। इस एक अक्टूबर को याद रखें। अभी नहीं तो कभी नहीं, जय हिंद, जय भारत, जय पुलिस।

अपेक्षित त्यागी, जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर, राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद