- विश्व संस्कृत सम्मेलन में सुनाई कौशाम्बी की महिमा

ALLAHABAD: इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में संस्कृत विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। राजेन्द्र त्रिपाठी रसराज ने थाईलैंड बैंगकाक में विश्व संस्कृत सम्मेलन में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया है। ख्8 जून से ख् जुलाई तक चले इस पांच दिवसीय सम्मेलन में डॉ। रसराज ने बुद्धिज्म सेक्सन में संस्कृत में अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया। जिसका विषय कौशाम्बी में बुद्ध का आगमन और उनका योगदान था। उक्त सम्मेलन में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई।

शोध पत्र में इन्हें किया समाहित

उक्त विषय में बौद्ध ग्रन्थों में कौशाम्बी विषय से जुड़े प्रसंगों को उद्धत करते हुए अनेक स्थानों, व्यक्तियों, विहारों, बौद्धभिक्षुओं का वर्णन प्रस्तुत किया गया। सम्मेलन में संस्कृत कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ। जिसमें डॉ। रसराज ने संस्कृत में गजल सुनाकर स्वदेशी और विदेशी प्रतिभागियों का मन मोह लिया। संस्कृत कविता मोबाइल को लक्ष्य कर लिखी गई थी। सभी के हाथ में मोबाइल और इसकी उपयोगिता से जुड़ी कविता खूब सराही गई। यह सम्मेलन शिल्पाकार्न यूनिवर्सिटी के संस्कृत स्टडीज सेंटर की ओर से आयोजित हुआ। जिसमें भारत से लगभग ब्00 प्रतिभागियों ने पार्टिसिपेट किया।